उज्जैन। प्रदेश में डेंगू के मामले बढ़कर 10,000 के पार हो गए हैं वहीं उज्जैन में भी डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 800 से ऊपर चल रहा है। मरीजों में प्लेटलेट तेजी से कम हो रहे हैं। डॉक्टरों का मानना है कि बकरी का दूध, कीबी फल और नारियल का पानी मरीज को देने से प्लेटलेट बढ़ जाते हैं। इस कारण जहां इनकी डिमांड बढ़ी है तो वहीं इनके दाम भी बढ़ गए हैं। डेंगू के बढ़ते मामलों के साथ ही उज्जैन में भी बकरी के दूध, नारियल पानी की खपत बढ़ गई है। चिकित्सक मरीजों को सलाह दे रहे हैं कि इनसे प्लेटलेट्स में वृद्धि भी हो रही है। यही कारण है कि जिला अस्पताल, माधवनगर, चरक अस्पताल से लेकर पुष्पा मिशन अस्पताल और अन्य अस्पतालों के बाहर नारियल के ठेले पहले के मुकाबले ज्यादा नजर आने लगे हैं, वहीं फ्रीगंज चौपाटी पर नारियल की दुकानों पर नारियल पानी की खपत ज्यादा हो रही है।
250 रुपए लीटर बिक रहा बकरी का दूध
- नारियल पानी: पहले 40 रुपए में बिकने वाला नारियल अब 50 से 60 रुपए में िबक रहा है। विक्रेताओं का कहना है कि डिमांड बढऩे के कारण दाम औैर बढ़ सकते हैं।
- बकरी का दूध: पहले 50 से 60 रुपए प्रति लीटर आसानी से मिल जाता था। डेंगू के मरीज बढऩे के कारण अब बकरी का दूध 200 से 250 रुपए लीटर तक बिक रहा है। कई जगह तो 300 रुपए तक लीटर तक दूध बिक रहा है। इधर बकरी के दूध के लिए लोग बकरी पालकों के घर जाकर दूध ला रहे हैं। जूना सोमवारिया, पीपलीनाका और आसपास के गांवों में बकरी के दूध की डिमांड बढ़ गई है।
शहर में 800 से ऊपर पहुंची डेंगू मरीजों की संख्या
कोरोना संक्रमण के साथ डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या भी चिंता बढ़ा रही है। पिछले 24 घंटे में डेंगू के 10 नए केस मिले हैं। इसके साथ ही शहर के सरकारी अस्पतालों में अभी भी 400 मरीज डेंगू का ईलाज करा रहे हैं जबकि आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज सहित अन्य निजी अस्पतालों में मरीज भर्ती हैं। प्लेटलेट्स के लिए पुष्पा मिशन और आरडी गार्डी के लैब के बाहर अभी भी मरीजों के परिजनों की कतारें लग रही हैं।