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कांग्रेस नहीं होती तो आजादी नहीं मिलती, BJP नहीं होती तो दंगे नहीं होते- संजय राउत

मुंबई: कांग्रेस नहीं होती तो देश को आजादी नहीं मिलती, कांग्रेस नहीं होती तो देश को नेतृत्व नहीं मिलता, पंडित नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह तक… लोकसभा चुनाव से पहले ये बयान दिया है उद्धव ठाकरे (यूटीबी) गुट के शिवसेना सांसद संजय राउत ने. राउत ने कहा कि अगर कांग्रेस नहीं होती तो पाकिस्तान के दो टुकड़े नहीं होते. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि ज्ञान विज्ञान, और टेक्नोलॉजी में देश ने जो प्रगति की है ये सब कांग्रेस की वजह से ही हुआ है.

दरअसल बीजेपी की तरफ से एक किताब लॉन्च की जा रही जिसका शीर्षक है ‘कांग्रेस नहीं होती तो क्या होता’ इसके बारे में जब मीडिया ने संजय राउत से सवाल किया तो उन्होंने देश में कांग्रेस के योगदान के बारे में बताया और कांग्रेस की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि अगर देश में कांग्रेस नहीं होती तो ये देश अखंड नहीं रहता. बीजेपी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी बहुत सी बातें हैं जो बीजेपी के लोगों के समझ से ऊपर हैं. ऐसे में वो लोग ये बातें नहीं समझेंगे.


‘बीजेपी देश को भिखारी बनाने का काम कर रही है’
शिवसेना सांसद संजय राउत ने आगे कहा कि बीजेपी देश के बारे में नहीं सोचती. बल्कि वो उद्योगपतियों और व्यापारियों के बारे में सोचती है. पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज करते हुए राउत ने कहा कि जिसका राजा व्यापारी होता है उसकी प्रजा भिखारी होती है. ऐसे में बीजेपी आज देश को भिखारी बनाने का काम कर रही है. राउत ने कहा कि बीजेपी को कांग्रेस और शिवसेना जैसी पार्टियों की विचारधारा और उनकी भूमिका को समझ लेना चाहिए.

‘बीजेपी न होती तो देश में दंगे, घोटाले नहीं होते’
इसके आगे संजय राउत ने ये भी बताया कि अगर देश में बीजेपी नहीं होती तो क्या होता. उन्होंने कहा कि बीजेपी न होती तो बहुत कुछ होता. देश में दंगे नहीं होते, देश का रुपया मजबूत होता. साथ ही देश की प्रतिष्ठा और भी ज्यादा बढ़ती और देश पर जो कर्ज है वो कम होता. राउत ने कहा कि बीजेपी न होती तो जो लोग देश छोड़कर भाग गए हैं वो नहीं भागते. इसके साथ ही सांसद ने घोटालों का जिक्र करते हुए कहा कि अगर बीजेपी न होती तो इलेक्टोरल बॉन्ड और राफेल जैसे घोटाले नहीं होते.

‘राहुल की यात्रा का मकसद लोगों को जागरूक करना’
इसके अलावा संजय राउत ने राहुल गांधी की यात्रा को लेकर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की यात्रा चुनाव के लिए नहीं निकाली गई थी बल्कि उनका मकसद लोगों को जागरूक करना था. राउत ने कहा कि राहुल गांधी देश के बारे में सोचते हैं. गरीबों और उनके न्याय के बारे में सोचते हैं. उनकी यात्रा से लोगों में जागरूकता आई है.

आपको बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी के विजयरथ को रोकने के लिए बनाए गए इंडिया अलायंस में उद्धव गुट की शिवसेना भा शामिल है और मिलकर चुनाव लड़ रही है. हालांकि फिलहाल सीटों के बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है. महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी ने अभी तक एक भी सीट पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है.

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