बड़वानी। कोरोना की तीसरी लहर (third wave of corona) का खतरा देश पर मंडरा रहा है। विशेषज्ञों द्वारा बताया गया कि इस बार 18 साल से कम उम्र के बच्चों (Children) पर सबसे ज्यादा प्रभाव होगा. वहीं मध्य प्रदेश के बड़वानी (Badwani) जिले से जानकारी मिली कि यहां वायरल बुखार ( Viral Fever) बच्चों में तेजी से फैल रहा है. हालात यह हो गए हैं कि शिशु वार्ड के 20 पलंगों पर 86 से ज्यादा मरीजों का इलाज हो रहा है.
तीसरी लहर की आशंका में नया खतरा
विशेषज्ञों ने तीसरी लहर की आशंका जताई है, बच्चों पर सबसे ज्यादा प्रभाव के चलते इस बार स्वास्थ्य विभाग का पूरा ध्यान बच्चों को सुरक्षित रखने पर है. प्रशासन तैयारियां पूरी करने की बात कर रहा है, लेकिन जिला अस्पताल के हालात कुछ और ही हकीकत बयां कर रहे हैं. जांच में बात सामने आई कि शिशु वार्ड में इस वक्त 20 पलंग की क्षमता है. लेकिन अस्पताल में क्षमता से चार गुना ज्यादा 86 मरीज भर्ती है. अस्पताल में जहां जगह मिल रही है, वहां गद्दा डालकर बच्चों का उपचार किया जा रहा है।
CMHO ने बनाई मीडिया से दूरी
बड़वानी में तेज बारिश के बाद अक्सर सर्दी-जुकाम और वायरल के मरीज देखने को मिलते हैं. जिला अस्पताल में इस बार भी मरीजों की संख्या बढ़ गई. तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए सबसे ज्यादा छोटे बच्चों को ही बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं. इस पर CMHO से जी मीडिया संवाददाता ने बात करने की कोशिश की. लेकिन वह कैमरे से दूरी बनाते नजर आए, उन्होंने कहा कि सांसद के निर्देशों पर ही अस्पताल में काम हो रहा है।
सासंद बोले, नई व्यवस्था की जा रही
पूरे मामले पर खरगोन-बड़वानी लोकसभा क्षेत्र के सांसद गंजेंद्र सिंह पटेल ने मीडिया से चर्चा की. उन्होंने कहा कि अभी जिला अस्पताल में 20 पलंग वाले शिशु वार्ड में क्षमता से अधिक बच्चे हैं. नई व्यवस्था की जा रही है, क्षमता से अधिक बच्चे होने पर भी उनके उपचार में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी.