10 मकानों में तोड़फोड़, कई वाहन क्षतिग्रस्त, 9 लोग गिरफ्तार
इन्दौर। सिमरोल (Simrol) के ग्राम दतोदा (Datoda) में कल रात दो पक्षों के बीच विवाद (dispute) हो गया, जिसने बड़ा रूप ले लिया। एक पक्ष ने पथराव (stone pelting) करते हुए जमकर तोड़फोड़ (sabotage) मचाई और कई वाहनों (vehicles) तथा मकानों (houses) को क्षतिग्रस्त कर डाला। घटना के बाद गांव (village) में तनाव की स्थित बन गई थी। पुलिस (police) ने एक पक्ष के 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
ग्राम दतोदा (village Datoda) में रहने वाले किशोर पिता शंकरलाल चौहान के यहां आदिवासी युवक अखिलेश कामकाज करता था। उसने कुछ दिनों पूर्व किशोर के यहां से नौकरी छोड़ दी थी और गांव में ही नरेंद्र मुडेल (कुमावत) के यहां नौकरी करने लगा था। चूकि अखिलेश ने किशोर से 2200 रुपए एडवांस लिए थे, जो उसने नहीं दिए थे। जब किशोर ने रुपए मांगे तो वो मुकर गया। इस बीच किशोर ने अखिलेश को घर पर बुलाया और उसका मोबाइल छीन लिया था। यह बात जब नरेंद्र तक पहुंची तो उसने एक दिन पहले किशोर को बुलाकर उससे विवाद किया था। कल फिर गांव में दोनों के बीच विवाद हुआ तो बात इतनी बढ़ गई कि एक पक्ष के लोगों ने गांव में रहने वाले दलित समाज के घरों पर हमला कर दिया। इस दौरान जमकर तोड़फोड़ की गई। कई गाड़ियों को फोड़ दिया गया। लोगों ने खेतों में भागकर जान बचाई। इस घटना में 4 वर्षीय बालिका हिमांशी व गर्भवती महिला अनीता चौहान सहित 9 लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। इसके अलावा जो गंभीर रूप से घायल हुए हैं उनमें किशोर, उसके पिता शंकरलाल, दिनेश, अर्जुन देवड़ा, गोकुल सोलंकी, सुरेंद्र सोलंकी शामिल हैं।
दूसरे पक्ष ने जमकर की मारपीट
दबंग मारपीट (assault) के दौरान जो मिला उसे पीटते चले गए। यहां खुलकर हथियारों का उपयोग किया गया। एक दबंग प्रहलाद ने पिस्तौल से हवा में फायर भी किया। बताया जा रहा है कि गांव के 150 मजदूर दबंगों के यहां काम करते हैं। मौके पर कई अधिकारी पहुंच गए थे। भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया है। अखिल भारतीय बलाई समाज महासंघ के अध्यक्ष मनोज परमार ने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है।