
जान्हवी ने कहा, “कैमरा हमेशा से मेरी जिंदगी का हिस्सा रहा है। जब हम बच्चे थे तो हम बाहर जाते थे और लोग हमारी अनुमति के बिना हमारी तस्वीरें लेते थे। जब मैं दस साल की थी और चौथी कक्षा में थी, मेरी एक तस्वीर इंटरनेट पर वायरल हो गई। जब मैं कंप्यूटर लैब में गई, तो मैंने कंप्यूटर स्क्रीन पर अपनी पपराज़ी की तस्वीर देखी।
जान्हवी ने कहा कि वह बचपन में असहज रहती थीं। इसलिए उसके दोस्त उससे दूर रहते हैं। मुझे नहीं लगता कि वे मुझे समझ सकते हैं। वे मुझे पसंद नहीं करना चाहते। मुझे समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है? जान्हवी ने इन्टरव्यू कहा,“मेरे दोस्त मुझे अलग नजरिए से देखते थे, मैं वैक्सिंग नहीं करती थी, इसलिए वे मेरा मजाक उड़ाते थे।”
उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा,“जब मेरी तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ की गई तो मैं हैरान रह गई। किसी ने मेरी तस्वीरें संपादित कीं और उन्हें वयस्क पेजों और अश्लील साइटों पर पोस्ट कर दिया। बाद में मैंने वह तस्वीर लगभग हर वयस्क पेज पर देखी। ये देखकर मैं हैरान रह गई। यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि लोगों ने उन संपादित तस्वीरों को असली मान लिया। आजकल AI (Artificial Technology) इन चीज़ों को बड़े पैमाने पर बढ़ा रही है। जान्हवी ने कहा,“यह चिंता का विषय है।”
