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प्‍लेन दुर्घटना में जापान एयरलाइंस को बड़ा नुकसान, रकम जानकर आप रह जाएंगे हैरान

नई दिल्‍ली (New Delhi) । जापान एयरलाइंस (japan airlines) ने गुरुवार को कहा कि टोक्यो (Tokyo) के हनेडा हवाई अड्डे (Haneda Airport) पर उसके एक विमान (plane) के तट रक्षक विमान से टकराने और आग लगने के बाद उसे 100 मिलियन डॉलर से अधिक के नुकसान होने की आशंका है. भारतीय मुद्रा में यह कीमत करीब 8,31,91,35,000 रुपये होती है. जेएएल उड़ान 516 में सवार सभी 379 यात्रियों को जेट में आग लगने से पहले सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था, जिसे बुझाने में छह घंटे से अधिक समय लग गया.

जापान एयरलाइंस ने गुरुवार को अनुमान लगाया कि दुर्घटना के परिणामस्वरूप लगभग 15 बिलियन येन (105 मिलियन डॉलर) का परिचालन नुकसान होगा. कंपनी ने कहा कि विमान के नुकसान को बीमा द्वारा कवर किया जाएगा. जेएएल अधिकारियों ने कहा कि दो लोगों ने कहा कि दुर्घटना में उनके पालतू जानवरों की मौत हो गई, जिसके बाद एयरलाइन व्यक्तिगत यात्रियों के साथ मुआवजे पर भी चर्चा कर रही है.

जानकारी के अनुसार, अमेरिकी बीमा कंपनी एआईजी कथित तौर पर उस दो साल पुराने विमान के लिए $130 मिलियन की “सर्व-जोखिम” पॉलिसी पर अग्रणी बीमाकर्ता थी, जो घटना में नष्ट हो गया था.


रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटना से पहले, पायलटों को एक नोटिस पोस्ट किया गया था, जिसमें सुझाव दिया गया था कि गलत मोड़ को रोकने के लिए सुरक्षा उपाय के रूप में टरमैक में लगाई गई स्टॉप-लाइट की एक पट्टी सेवा से बाहर थी.

इस घटना में छोटे विमान के चालक दल के छह सदस्यों में से पांच की मौत हो गई, पायलट बच गया लेकिन बुरी तरह घायल हो गया. तटरक्षक विमान जापान के पश्चिमी तट पर भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में सहायता पहुंचाने के लिए जा रहा था.

जापानी परिवहन अधिकारियों द्वारा घटना की जांच की जा रही है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि पुलिस मामले में संभावित पेशेवर लापरवाही की जांच कर रही है.

अधिकारियों द्वारा जारी किए गए प्रतिलेखों से पता चलता है कि हवाई यातायात नियंत्रण ने दुर्घटना से कुछ मिनट पहले तटरक्षक विमान को रनवे के पास एक होल्डिंग पॉइंट पर जाने का आदेश दिया था, ऐसा प्रतीत होता है कि पायलट ने निर्देश पढ़े थे.

जापानी अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि यात्री जेट को उतरने की अनुमति दे दी गई थी, लेकिन प्रतिलिपि के आधार पर छोटे विमान को उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी गई थी.

तटरक्षक अधिकारियों के अनुसार, दुर्घटना के बाद तटरक्षक पायलट ने कहा था कि उसे रनवे में प्रवेश करने की अनुमति मिल गई है. जांच अभी शुरुआती चरण में है.

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