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सिद्धू मूसेवाला के गांव में आज मनेगी काली दिवाली, न्याय न मिलने से गुस्साए लोग

चंडीगढ़: दिवाली के दिन दिवंगत पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के गांव मूसा में इस बार लोग काली दिवाली मनाएंगे. सिद्धू मुसेवाला की समाधि पर सभी धर्मों के लोग एक ही समय पर सिर पर काली पट्टी बांधकर मुसेवाला को श्रद्धांजलि देंगे और साथ ही सिद्धू के स्मारक पर वैरागमाई कीर्तन भी किया जाएगा. पंजाबी गायक सिद्धू मुसावाला को न्याय न मिलने के विरोध में मूसा गांव ने इस बार काली दिवाली मनाने की घोषणा की है.

गांव के गुरुद्वारा साहिब से भी घोषणा की गई है कि कोई भी अपने घरों पर दीपमाला नहीं लगाएगा. सिद्धू मुसावाला की टीम ने सिद्धू के स्मारक पर पहुंचकर घोषणा की कि दिवाली के दिन दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक सिर पर काली पट्टी बांधकर और हाथों में तख्तियां लिए स्मारक के पास बैठेंगे. देश के सभी धर्मों के लोग एक ही समय में मिसाल कायम कर सरकार का विरोध करेंगे. इसके अलावा विशेष कीर्तन भी किया जाएगा.


मुसावाला की टीम ने विदेशों में भी सिद्धू मूसेवाला के प्रशंसकों से इस बार काली दिवाली मनाने की अपील की ताकि हम पंजाब सरकार का विरोध कर सकें और सिद्धू मूसेवाला को न्याय दिलाने की पहल कर सकें और यही वजह है कि इस अवसर पर गांव का कोई भी दुकानदार पटाखों और मिठाइयों को बेचने के लिए नहीं लाया. गांव के लोगों ने बताया कि समाधि पर सैकड़ों लोग रोजाना नमन करने पहुंचते हैं. वह पंजाबियों और गांव का मान था. मूसेवाला की 29 मई को ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उन्हें दो दर्जन से ज्यादा गोलियां लगी.

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला के शरीर में 20 से 30 गोलियां लगी थी. वे 15 मिनट तक जिंदा थे लेकिन इसके बाद उनकी सांसें थम गई और वह इस दुनिया से विदा हो गए. इससे पहले मूसेवाला की मां चरण कौर ने आरोप लगाया है कि पुलिस उनके बेटे सिद्धू मूसेवाला के कत्ल केस को दबाना चाहती है. उन्होंने कहा कि लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे, वह सिद्धू को न्याय दिलाने के लिए अपनी जान तक दांव पर लगा देंगे. उन्होंने कहा कि अब हम न्याय के लिए वह सारे राज्य में कैंडल मार्च निकालेंगे.

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