भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Pradesh Congress Committee) के अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) के दिल्ली लौटने व सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की अटकले कई दिनों से चल रही है। इन अटकलों पर विराम लगाते हुए कमलनाथ ने दिल्ली लौटने और संन्यास लेने पर खुलासा किया है। नवंबर में हुए विधानसभा के उपचुनाव में काँग्रेस को बड़ा नुकसान हुआ था। 27 में से सिर्फ 9 सीटें ही कांग्रेस के खाते में आईं थी। इसके बाद से बीजेपी के नेता कमलनाथ को वापस दिल्ली की राजनीति में लौटने तक की सलाह दे रहे हैं। कमलनाथ ने कहा कि मैं मध्य प्रदेश से हिलूंगा तक नहीं। इतना ही नहीं सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की बात को भी उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व जब तक उन्हें जिम्मेदारी देगा वो उसे ईमानदारी से निभाएंगे.
कुछ ही दिन पहले छिंदवाड़ा में एक सभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि जनता कहेगी तो वो राजनीति से संन्यास ले लेंगे। अपने इस बयान पर कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने ऐसा नहीं कहा था. कमलनाथ बोले, ‘मैंने कहा था- यह संघर्ष का समय है. सबको संघर्ष में लगे रहना है. यदि आप (कार्यकर्ता) आराम करेंगे, तो मैं भी आराम करूंगा. सवाल दिल्ली जाने का है, तो बता दूं कि मैं मध्य प्रदेश से हिलूंगा तक नहीं.’
कमलनाथ ने बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में भविष्य के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि सिंधिया जी को बीजेपी कितना संतुष्ट कर पाएगी, उस पर उनका भविष्य निर्भर करेगा।
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