श्रीनगर। अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन के बाद रविवार को चौथे दिन भी सुरक्षाबल तैनात रहे जबकि श्रीनगर में प्रतिबंधों में ढील दी गई। वहीं आज कश्मीर घाटी में लोगों की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं है लेकिन कई इलाकों में सड़कों के किनारे कंटीले तार लगाए गए हैं।
पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कश्मीर घाटी के शहर और अन्य जगहों पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। अधिकारी ने कहा कि घाटी में यातायात की आवाजाही बढ़ गई है लेकिन अधिकांश सार्वजनिक वाहन सड़कों से नदारद हैं। उन्होंने कहा कि शहर के कुछ इलाकों के साथ-साथ घाटी के अन्य हिस्सों में भी कुछ दुकानें खुलीं। अधिकारी ने कहा कि स्थिति सामान्य है और नियंत्रण में है।
अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन के बाद दो दिनों तक निलंबित रहने के बाद शुक्रवार रात सभी ऑपरेटरों में वॉयस कॉलिंग और फिक्स्ड लाइन इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं लेकिन मोबाइल इंटरनेट सेवाएं रविवार को भी प्रतिबंधित रहीं।
उल्लेखनीय है कि 92 वर्षीय गिलानी का लंबी बीमारी के बाद बुधवार रात श्रीनगर में उनके घर पर निधन हो गया था। जम्मू कश्मीर में तीन दशकों से अधिक समय तक अलगाववादी राजनीति का नेतृत्व करने वाले पाकिस्तान समर्थक अलगाववादी नेता को उनके आवास के पास एक मस्जिद में दफनाया गया था। (एजेंसी, हि.स.)
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