नागदा। स्टेट हाइवे नंबर 17 पर स्थित गांव भगतपुरी में सड़क हादसा हो गया। हादसे में एक मजदूर की मौत हो गयी। जानकारी के मुताबिक राजेश पिता किशनलाल मीणा निवासी विद्यानगर राघवेंद्र इंजीनियरिंग के भगतपुरी स्थित प्लांट पर दो सालों से काम करता था। बुधवार-गुरुवार की रात राजेश ट्रैक्टर-ट्राली से उद्योग में एक बड़ा टैंकर लेकर जा रहे थे। राजेश ट्रैक्टर के मडगार्ड पर बैठा हुआ था। भगतपुरी में राजेश अचानक ट्रैक्टर से नीचे गिर गया और ट्रॉली का पहिया इसके ऊपर से फिर गया। अस्पताल ले जाने तक मजदूर की मौत हो गई।
घटना की सूचना पुलिस को जनसेवा से तहरीर आने पर मिली जिसके बाद पुलिस ने ट्रैक्टर बरामद किया। इधर, शव का पीएम कराने के दौरान मृतक के परिजनों ने हंगामा कर दिया। परिजनों ने ठेकेदार से मुआवजे की मांग की। इस दौरान नायब तहसीलदार एवं बिरलाग्राम टीआई करणसिंह पाल ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन अपनी मांग पर अड़े रहे। थोड़ी देर बाद मौके पर ठेेकेदार देवेंद्र शर्मा पहुंचे। ठेकेदार ने उचित मुआवजे का आश्वासन दिया। साथ ही 50 हजार रुपए मौके पर दिए। तब जाकर परिजन शांत हुए। पीएम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
किसानों से ट्रैक्टर कंपनी में किराए पर लगाने के बहाने ट्रैक्टर लेकर अन्य प्रदेशों में बेच देते थे-पुलिस ने किए 17 ट्रैक्टर जप्त-पुलिस अधीक्षक ने की पत्रकारवार्ता नलखेड़ा। नलखेड़ा पुलिस ने एक अंतर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह के मास्टरमाइंड ट्रैक्टर चोर व उसके एक साथी को गिरफ्तार किया है जो किसानों को कम्पनी में किराए से […]
जमकर लगे जय श्रीराम के नारे, डीजे पर नाचे हिंदू युवा पिपरिया। हिंदुओं के त्योहार गुड़ी पड़वा एवं हिंदू नव वर्ष के उपलक्ष में पिपरिया हिंदू संगठन के द्वारा मंगलवारा चौराहे से विशाल बाइक रैली निकाली, जिसमें काफी संख्या में हिंदू युवा उत्साह में दिखाई दिए बाइक रैली के साथ डीजे पर भी जमकर नाचे […]
बड़वाह (नितेश अग्रवाल)। बड़वाह (Barwaha) से करीब 20 किलोमीटर दूर ग्राम पिपल्या में उस समय सनसनी फैल गई जब एक खेत में पेड़ पर फांसी का फंदा लगी युवक एवं नाबालिक युवती (young man and minor girl) की लाश टंगी हुई मिली। जैसे ही इस बात की खबर ग्रामीणों (villagers) को लगी मौके पर बड़ी […]
नागदा। एक समय शहर में सबसे अधिक बिजनेस करने वाली कम्पनी सहारा इंडिया में अचानक कानूनी अड़चन के चलते भुगतान पिछले कई वर्षों से लगभग बंद के समान हो गया था। तब से ही शहर और आसपास के हजारों छोटे-बड़े सभी निवेशकों का रुपया बैंक में फंस गया। कई बार स्थानीय स्तर पर विवाद और […]