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एलआईसी के नतीजे जारी, शुद्ध लाभ 18 प्रतिशत घटकर 2371 करोड़ रुपये

– चौथी तिमाही के दौरान कंपनी के शुद्ध लाभ में 18 प्रतिशत की कमी आई, प्रति शेयर 1.5 रुपये डिविडेंड देने का किया ऐलान

नई दिल्ली। शेयर मार्केट (Share Market) में लिस्ट होने के बाद देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी (Country’s largest insurance company) भारतीय जीवन बीमा निगम लिमिटेड (एलआईसी) (Life Insurance Corporation of India Limited (LIC)) ने पहली बार अपने नतीजे जारी किए हैं। इन नतीजों के मुताबिक 2021-22 की चौथी तिमाही के दौरान कंपनी के शुद्ध लाभ में 18 प्रतिशत की कमी (18% drop in net profit) आई है और ये घटकर 2,371 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया है। इससे पहले 2020-21 की चौथी तिमाही में एलआईसी का नेट प्रॉफिट 2,893 करोड़ रुपये रहा था।

हालांकि 2021-22 की आखिरी तिमाही में कंपनी के नेट प्रीमियम इनकम में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस अवधि में कंपनी की नेट प्रीमियम इनकम 1.44 लाख करोड़ रुपये रही। 1 साल पहले यानी 2020-21 की चौथी तिमाही में कंपनी की नेट प्रीमियम इनकम 1.22 लाख करोड़ रुपये रही थी। अपने वित्तीय नतीजों के साथ ही एलआईसी ने अपने निवेशकों के लिए प्रति शेयर 1.50 रुपये का लाभांश देने का भी ऐलान किया है।


एलआईसी के नतीजे आने के पहले से ही इस बात का अनुमान लगाया जा रहा था कि कंपनी के नेट प्रीमियम इनकम में बढ़ोतरी हो सकती है। इसी संभावना की वजह से शेयर बाजार में लगातार लचर प्रदर्शन कर रहे एलआईसी के शेयरों में भी तेजी का रुख बना रहा। कंपनी के शेयर आज 15.50 रुपये यानी 1.89 प्रतिशत की बढ़त के साथ 837.05 रुपये के स्तर पर बंद हुए।

एलआईसी के वित्तीय नतीजे आज शेयर मार्केट का कारोबार बंद होने के बाद आए हैं। इन नतीजों में कंपनी के नेट प्रीमियम इनकम में बढ़ोतरी होने का अनुमान सही साबित हुआ है। इसके आधार पर अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में कंपनी के शेयरों में तेजी आ सकती है और इसमें पैसा लगाने वाले निवेशक घाटे से उबर सकते हैं।

एलआईसी के शेयर इसी महीने 17 तारीख को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में इश्यू प्राइस से गिरकर लिस्ट हुए थे। अभी तक के कारोबार में एलआईसी के शेयरों में इश्यू प्राइस की तुलना में करीब 15 प्रतिशत तक की गिरावट आ चुकी है। इस इश्यू के जरिए केंद्र सरकार ने एलआईसी में अपनी 3.5 प्रतिशत की हिस्सेदारी का विनिवेश किया है। इश्यू के जरिए सरकार को कुल 22.13 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं। (एजेंसी, हि.स.)

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