भोपाल। देश में पहली बार सरकार (Government) प्लेन से तीर्थ यात्रा (Pilgrimage) कराने जा रही है। तीर्थ दर्शन योजना (Pilgrimage Scheme) के तहत मप्र सरकार 21 मई को इंदौर, भोपाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नजदीक के 25 जिलों के यात्रियों को यात्रा पर भेजना शुरू करेगी। सरकार ने यात्रा कराने की जिम्मेदारी भारत सरकार की एजेंसी आईआरसीटीसी को सौंपी है। एक ट्रिप में 32 यात्री ही जा सकेंगे। उनके साथ एक सरकारी अधिकारी भी रहेगा। खास बात यह है कि पति-पत्नी सरकारी खर्चे पर एक साथ यात्रा पर नहीं जा सकेंगे। यात्रियों का चयन कलेक्टर करेंगे।
पहले चरण में 25 जिलों के यात्रियों को 21 मई से 19 जुलाई तक देश के पांच प्रमुख तीर्थ स्थल प्रयागराज, शिर्डी, मथुरा-वृंदावन, गंगासागर की ही यात्रा कराई जाएगी। हवाई यात्रा के लिए 65 साल से अधिक आयु के व्यक्ति को ही पात्र माना जाएगा। साथ ही वह आयकरदाता भी नहीं होना चाहिए।
पहले चरण में ये जिले शामिल
हवाई तीर्थ यात्रा में पहले चरण में भोपाल, इंदौर, आलीराजपुर, धार, राजगढ़, रायसेन, सीहोर, झाबुआ, विदिशा, आगर-मालवा, बैतूल, देवास, हरदा, मंदसौर, नर्मदापुरम्, नीमच, दमोह, रतलाम, शाजापुर, सागर, उज्जैन, खंडवा, बड़वानी, बुरहानपुर, खरगोन शामिल हैं। इन जिलों के यात्रियों को 5 तीर्थ स्थल प्रयागराज, शिर्डी, मथुरा-वृंदावन, गंगासागर ले जाया जाएगा।
4 संभागों का एक भी जिला नहीं
हवाई तीर्थ यात्रा में ग्वालियर-चंबल, जबलपुर, शहडोल, रीवा संभाग का एक भी जिला शामिल नहीं है। सागर संभाग से सिर्फ एक जिला सागर है। इसकी वजह यह बताई जा रही है कि इन संभागों के जिलों के आसपास का हवाई अड्डा जबलपुर और ग्वालियर है। यहां से किसी भी तीर्थ स्थल के लिए सीधी हवाई सेवा नहीं है। यहां से सिर्फ दिल्ली और मुंबई के लिए सीधी हवाई सेवा है। इन दोनों शहरों के पास कोई तीर्थ स्थल नहीं है।
