उज्जैन। महाशिवरात्रि(mahashivratri) पर भगवान शिव (Lord Shiva) और पार्वती (Parvati) की शादी (wedding) के बाद अब उनके रिसेप्शन की तैयारी भी पूरी हो गई है। मान्यता के अनुसार शिव-पार्वती की शादी (shiv parvati marriage) का रिसेप्शन(reception) उज्जैन में होता है और सारी रस्मों को पूरा करने के बाद पूरे नगर को भोज के लिए आमंत्रित किया जाता है। मंगलवार को उज्जैन में रिसेप्शन का आयोजन किया जाएगा।
मान्यता है कि महाशिवरात्रि पर भगवान महाकाल (शंकर) की शादी हुई थी। इसी शादी के उपलक्ष्य में बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में परंपरा अनुसार बाबा की शादी का रिसेप्शन भी आयोजित किया जाता है। इस आयोजन के लिए महाकाल शयन समिति द्वारा भव्य तैयारियां पूरी हो गई हैं। शिव पार्वती के विवाह-भोज के लिए अनूठी पत्रिका छपवाई गई है। घर-घर में यह पत्रिका बांटी गई है। परंपरा के अनुसार इस बार भी विवाह की सभी रस्में जैसे गणेश पूजन, महिला संगीत, शिव बारात इत्यादि का आयोजन किया जाएगा। शिव बारात में भगवान शिव नंदी पर विराजित होकर निकलेंगे तथा बारात में भूत-प्रेतों की टोलियां होंगी।
14 मार्च को सुबह गणेश पूजन के साथ ही भगवान शिव की शादी के कार्यक्रम शुरू हो गए। 15 मार्च की दोपहर में 1 बजे से महिला संगीत होगा। शाम 6.30 बजे गोधूलि बेला में लग्न होंगे व देर शाम से देर रात तक नगर भोज चलेगा। रिसेप्शन के लिए पूरी, नुक्ती, खोपरा पाक, चक्की, भजिए, सेव, रायता और भी कई प्रकार की मिठाई, नमकीन जैसे ललीज पकवान भी बनवाए जा रहे हैं। इस दौरान भगवान महाकाल की बारात भी निकाली जाएगी जो कि नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए नृसिंहघाट स्थित गंगा गार्डन में पहुंचेगी।
बता दें कि उज्जैन में आयोजित किया जाने वाला यह रिसेप्शन इस तरह से मनाया जाने वाला एकलौता कार्यक्रम है। महाकाल शयन समिति के राजा पांचाल ने बताया कि 15 मार्च को बाबा का रिसेप्सन रखा गया है। उन्होंने बताया कि उज्जैन शहर में घर-घर जाकर पीले चावल और पत्रिका (निमंत्रण पत्र) दिए गए हैं और सभी शहरवासियों को बाबा के विवाह में आमंत्रित किया गया है। Share: