मुंबई (Mumbai) । महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति में शिवसेना (Shiv Sena) के साथ ही एनसीपी (NCP) का भी सियासी ड्रामा जारी है। शिवसेना के मामले में महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नारवेकर अयोग्य घोषित करने वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रहे हैं। वहीं एनसीपी में दोनों ही गुटों को पार्टी के नाम और निशान पर दावा ठोक रखा है। 6 अक्टूबर से दोनों ही गुट अपना पक्ष चुनाव आयोग के सामने प्रस्तुत करेंगे। अजित पवार (Ajit Pawar) का दावा है कि उन्होंने एनडीए सरकार केसाथ आने से पहले ही 30 जून को शरद पवार (Sharad Pawar) को एनसीपी अध्यक्ष के पद से हटा दिया था। गौर करने वाली बात यह है कि इस सियासी लड़ाई के बावजूद दोनों गुटों के नेता आपस में मुलाकात कर रहे हैं। यहां तक कि शरद पवार और अजित पवार ही दो बार मुलाकात कर चुके हैं। ऐसे में सियासी पंडित भी भ्रम में हैं कि आखिर क्या होने वाला है। शरद पवार इंडिया गठबंधन से अलग खिचड़ी पका रहे हैं या फिर अजित पवार भाजपा से अलग?
अजित पवार ग्रुप ने अपने बहुमत का दावा ठोकते हुए कहा था कि अजित पवार को ही विधायक दल का नेता चुना गया है। इसके बाद राज्य इकाई के एनसीपी चीफ जयंत पाटिल को हटाकर सुनील तटकरे को नया अध्यक्ष बना दिया गया। 2 जुलाई के बाद से ही शरद पवार का गुटट यही कहता रहा कि उनकी पार्टी टूटी नहीं है। वहीं अजित पवार गुट ने चुनावआयोग में पार्टी के नाम और निशान पर दावा ठोक दिया। हालांकि चुनाव आयोग ने अजिद गुट की याचिका को नजरअंदाज करते हुए कहा कि इस तरह से तो पार्टी का कोई भी व्यक्ति दावा ठोक सकता है।
शरद पवार ने भी सरकार में मंत्री बनने वाले 9 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिका फाइलकी। इसमें अजित पवार का नाम शामिल था। 41 विधायकों को अयोग्यता का नोटिस जारी हो चुका है जिसमें अजित पवार भी शामिल हैं। पवार गुट के भी कई विधायकों को नोटिस दिया गया है। चुनाव आयोग में सुनवाई की तारीख नजदीक आ रही है। 6अक्टूबर से यह सुनवाई शुरू होगी।
सियासी जंग के बावजूद हो रहीं मुलाकातें
इस सियासी जंग के बाद भी दोनों गुटों के नेताओं में मुलाकातों को सिलसिला नहीं रुका है। बागी गुट के नेता शरद पवार से मिल रहे हैं। अजित पवार ही दो बार उनसे मुलाकात कर चुके हैं। एक महीने पहले दोनों ने चुपचाप पुणे में एक बिल्डर के घर पर मुलाकात की थी। अजित पवार गुट अब भी शरद पवार को अपना नेता बताता रहता है। हालांकि शरद पवार ने कहा है कि बागी गुट के लोग उनके फोटो का इस्तेमाल ना करें। बीते सप्ताह नई संसद बिल्डिंग में शिफ्टिग के दौरान अजित गुट के सीनियर नेता प्रफुल्ल पटेल और शरद पवार ने साथ में फोटो खिंचवाई।
दोनों ही गुटों ने राज्य में अपने-अपने अभियान का ऐलान कर दिया है। शरद पवार ने बीते हमीने औरंगाबाद की रैली में अजीब उत्तर दिया था। जब उनसे पूछा गया कि आपके साथ कितने विधायक हैं तो उन्होंने कहा एक भी नहीं। वहीं अजित गुट अपने नए पदाधिकारियों की नियुक्ति करने में लगा है। सुनील तटकरे ने कहा कि वह किसी को कॉपी नहीं कर रहे हैं बल्कि अपना काम कर रहे हैं।
Share: