कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस के मौके पर दावा किया है कि उनकी सरकार ने आदिवासी जातियों और जनजातियों के विकास के लिए कई सारे काम किए हैं।
रविवार को उन्होंने इस बारे में ट्वीट किया। इसमें उन्होंने कहा, “आज अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस है। बंगाल सरकार ने अनुसूचित जनजातियों से संबंधित हमारे भाइयों और बहनों की मदद करने के लिए जय जोहार योजना शुरू की। हमने ओल चिकी लिपि और संथाली भाषा को माध्यम के रूप में मान्यता दी है। हम समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। जय जोहर।”
उन्होंने कहा, विश्व आदिवासी दिवस जनजातियों के अधिकारों को बढ़ावा देने और उनकी सुरक्षा के लिए प्रत्येक वर्ष 9 अगस्त को मनाया जाता है। यह घटना उन उपलब्धियों और योगदानों को भी स्वीकार करती है जो मूलनिवासी लोग पर्यावरण संरक्षण जैसे विश्व के मुद्दों को बेहतर बनाने के लिए करते हैं। यह पहली बार संयुक्त राष्ट्र की महासभा द्वारा दिसंबर 1994 में घोषित किया गया था। 1982 में मानव अधिकारों के संवर्धन और संरक्षण पर संयुक्त राष्ट्र कार्य समूह ने भी इस पर बैठक किया था और आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्धता जताई थी। (एजेंसी, हि.स.)
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