किसान आंदोलन के समर्थन में कूदी कांग्रेस करवाएगी मंडियां बंद
खेती संबंधी कारोबार स्वैछिक रूप से बंद रहेगा
इंदौर। 30 से अधिक संगठनों ने दिल्ली में जोरदार किसान आंदोलन कर रखा है, जिसमें कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल भी कूद गए हैं। 8 दिसम्बर, यानी कल भारत बंद का आह्वान किया गया है, जिसमें इंदौर के बाजार तो खुले रहेंगे, लेकिन मंडियों को बंद करवाएंगे। किसान संगठनों का कहना है कि जिले में अलग-अलग स्थानों पर विरोध भी किया जाएगा।
केन्द्र सरकार के साथ किसानों की बातचीत तो जारी है, मगर कोई निर्णय नहीं हुआ, जिसके चलते किसान संगठनों ने कल भारत बंद का आह्वान किया है, जिसे कांग्रेस के साथ-साथ माकपा, आप, तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य दलों ने समर्थन दिया है। कृषि कानून को वापस लेने के लिए दिल्ली में ये आंदोलन पिछले कई दिनों से चल रहा है। इंदौर के बाजार कल खुले रहेंगे, क्योंकि कांग्रेस का कहना है कि इस पर कोई निर्णय हुआ है। अलबत्ता चोइथराम, लक्ष्मीबाई नगर सहित अन्य मंडियां जरूर बंद करवाई जाएंगी। शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह भी कल इंदौर आ रहे हैं और वे चोइथराम मंडी पहुंचकर भारत बंद के समर्थन में शामिल होंगे और एक ज्ञापन भी प्रशासन को सौंपेंगे। वहीं जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव का कहना है कि भारत सरकार ने किसानों पर तीन काले कानून थोप दिए, जिससे उद्योगपतियों को तो फायदा होगा, वहीं किसानों को रोजी-रोटी से भी मोहताज होना पड़ेगा। चोइथराम मंडी में उन्होंने सभी कांग्रेसियों को आमंत्रित किया है, जहां दिग्गी के नेतृत्व में काले कानून को हटाने की मांग के साथ राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। इधर इंदौर सहित प्रदेश के भी किसान संगठनों से जुड़े नेताओं ने कल के बंद का समर्थन किया है। जूम मीटिंग के जरिए भी जिलों के किसानों और उनकी समितियों से लगातार चर्चा की जा रही है। इंदौर के किसान खेत मजदूर संगठन के प्रमोद नामदेव का कहना है कि यहां भी लगातार आयोजन किए जा रहे हैं। कल अलग-अलग इलाकों से जत्थे निकलेंगे और सांसद के निवास पर भी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इंदौर सहित प्रदेश में भी बाजारों के बजाय मंडियों को ही बंद रखवाने पर अभी जोर दिया जा रहा है।