नागदा। कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए प्रशासन द्वारा बरती जा रही लापरवाही के कारण आम नागरिकों का जीवन खतरे में बना हुआ है। प्रशासन को जागरूक करने के संबंध में नागरिक अधिकार मंच द्वारा शुक्रवार को मुख्यमंत्री और कलेक्टर के नाम ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी नागदा को एक ज्ञापन दिया गया।
ज्ञापन के अनुसार नागरिक अधिकार मंच सहित शहर के कई सामाजिक राजनैतिक संगठनों और जागरुक नागरिकों द्वारा कोरोना की तीसरी लहर का मुकाबला करने के लिये स्थानीय प्रशासन को मांग व सुझाव पत्र दिया था जिस पर आज दिनांक तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई और ज्ञापन और सुझावों का रिकार्ड भी प्रशासन के पास उपलब्ध नहीं है। ज्ञापन की मूलप्रति जिलाधीश कार्यालय और शासन के पास भेज दी जाती है, जबकि मूल प्रति स्थानीय प्रशासन के पास रखकर कार्यवाही करना चाहिए थी। प्रशासन जानबूझकर जनता की मांगों पर कार्र्रवाई नहीं करना चाहता है अत: उपेक्षापूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है। प्रशासन की जबाबदारी सुनिश्चित होने के बावजूद भी आम जनता व शासन को गुमराह कर कोरोना जैसी महामारी में लापरवाही बारतने पर वैधानिक कार्यवाही करते हुए जनता के ज्ञापन और मांग को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र कार्यवाही करने का निर्देश देने की मांग की गई। साथ ही जनता द्वारा दिये गये मांग पत्र पर प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई को सार्वजनिक करने के निर्देश देना चाहिए। इस मौके पर नागरिक अधिकार मंच के अध्यक्ष अभय चौपड़ा, संयोजक शैलेन्द्रसिंह चौहान, विनोद रघुवंशी, नाहरू खान, सुशीला पाल, हर्ष तिरवार, नितिन जैन, समीर, हरीश त्रिपाठी, जगतसिंह तिरवार, रितेश तिवारी एवं तलत परवीन सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।