- रेलवे से ब्लॉक लेकर एमआर-10 ब्रिज के पास लगाएंगे
इंदौर (Indore)। शहर की मेट्रो लाइन पहली बार रेल लाइन के ऊपर भी बिछेगी। पहले यह काम इंदौर-देवास रेल लाइन पर एमआर-10 ब्रिज के पास होगा। इसके लिए स्टील गर्डर ब्रिज के पास पहुंच गई हैं। गर्डर रेल लाइन के ऊपर स्थापित करने के लिए दिसंबर या जनवरी में रेलवे से अनुमति मिलने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि एमआर-10 ब्रिज के पास स्थित खाली जमीन पर तीन स्टील गर्डर पहुंच गई हैं। गर्डर की ड्राइंग-डिजाइन रेल विभाग से स्वीकृत करवाने के बाद ही इनका निर्माण करवाया गया है। इन गर्डर की कुल चौड़ाई लगभग 45 मीटर और ऊंचाई नौ मीटर है।
रेलवे अब रेल लाइन के ऊपर स्टील गर्डर ही लगाता है। पहले आरसीसी गर्डर लगाई जाती थीं। गर्डर लगाने के लिए मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कंपनी रतलाम रेल मंडल से ब्लॉक मांगेगी, जो रेलवे अपनी सुविधा के अनुसार देगा। संभावना है कि रेलवे रात के समय ब्लॉक देगा, क्योंकि तब ट्रेनों की आवाजाही कम होती है। ब्लॉक के दौरान ट्रेनों का आवागमन बंद करना पड़ेगा और फिर विशाल क्रेनों की मदद से गर्डर को रेल लाइन के दोनों तरफ बनाए गए पिलरों पर रखा जाएगा। रेलवे ने मेट्रो कंपनी से इतनी चौड़ी गर्डर बनवाई हैं कि उसके नीचे तीन रेल लाइन बिछाई जा सकें। फिलहाल वहां दो लाइन बिछी हैं।
सुपर कॉरिडोर ब्रिज के पास भी रेल लाइन पर रखी जाना हैं गर्डर
एमआर-10 ब्रिज के बाद सुपर कॉरिडोर रेल ओवरब्रिज के नीचे से गुजरने वाली इंदौर-फतेहाबाद-रतलाम रेल लाइन पर भी स्टील गर्डर रखी जाना हैं। सूत्रों ने बताया कि वहां के लिए रेलवे से गर्डर की डिजाइन-ड्राइंग स्वीकृत करवाने की प्रक्रिया हो रही है। यह प्रक्रिया होते हुए वहां की भी गर्डर बनवाई जाएंगी।