भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

केंद्रीय टीम से पहले राज्य करेगा मिनी सर्वे

  • परफॉर्मेंस सुधार के लिए 1100 अंक का होगा इम्तिहान
  • स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 को लेकर मध्यप्रदेश की तैयारी

भोपाल। स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में रैंकिंग सुधार के लिए एमपी के नगरीय निकायों का मिनी सर्वे होगा। पैरामीटर भी वहीं होंगे जो केंद्र सरकार के द्वारा तय किए गए हैं। फिर रिपोर्ट तैयार कर रैंकिंग सुधार के लिए कवायद की जाएगी। नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने इस संबंध में सभी नगरीय निकायों को निर्देश जारी किए हैं। भोपाल समेत प्रदेश के सभी नगर निगमों में संचालनालय स्तर पर टीम सर्वेक्षण का मिनी सर्वे करेगी। कुल 1100 अंक का इम्तिहान होगा। बता दें एमपी में आगामी मई से केंद्र की टीम स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए सर्वे करेंगी। नगरीय प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 की जारी गाइडलाइन के तहत पहले भी कई बार आदेश जारी किए गए हैं। इसमें बताया गया है कि संबंधित नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषद अपने स्तर पर सुधार करें। अब इन सुधारों का स्वमूल्यांकन किया जाएगा। इस बार के सर्वेक्षण 2023 की गाइडलाइन में दो हजार अंकों की बढ़ोतरी भी की गई है। सर्वेक्षण के लिए निकायों को कुल 9 हजार 500 अंकों की परीक्षा देनी होगी।


सेवा स्तर प्रगति की श्रेणी में सुधार पर जोर
स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 को तीन श्रेणियों में बांटा गया है। पहली श्रेणी प्रमाणीकरण की है। दूसरी सिटीजन फीडबैक और तीसरी सबसे महत्वपूर्ण सेवा स्तर प्रगति की है। सेवा स्तर प्रगति के तहत कचरा निष्पादन से संबंधित प्रोजेक्ट, प्रोसेसिंग, वाटर ट्रीटमेंट, सर्विस लेवल प्रोग्राम, ठोस अपशिष्ट से जुड़े प्रावधान, प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट, सेग्रीगेशन, रिड्यूस, रीसाइकिल और रीयूज से संबंधित प्रोजेक्ट के साथ अन्य कई बिंदुओं पर अंक निर्धारित किए गए हैं। गाइडलाइन के मुताबिक कुल सर्वेक्षण के इस श्रेणी में 4 हजार 525 अंक निर्धारित किए गए हैं। मतलब 48 प्रतिशत अंक सिर्फ सेवा स्तर प्रगति पर आधारित हैं। निकायों में प्रोजेक्ट की स्थिति में सुधार के लिए इस पर जोर होगा।

ऐसा होगा मिनी सर्वे, 110 पाइंट पर मिलेंगे अंक
नगरीय प्रशासन की टीम के अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। टीम में अपर आयुक्त, अपर संचालक, संयुक्त संचालक, उप संचालक और सहायक संचालक स्तर के अधिकारियों को रखा गया है। अलग-अलग टीम प्रदेश के सभी 16 नगर निगमों में सर्वे करेगी। स्वच्छ भारत मिशन के तहत जारी प्रोजेक्टों की रिपोर्ट भी नगरीय प्रशासन को भेजी जाती है। इस रिपोर्ट का मौके पर सत्यापन होगा। इस आधार पर अंक तय किए जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 की गाइडलाइन पर 110 पाइंट तय किए गए हैं। हर पाइंट पर अधिकतम 10 अंकों का निर्धारण किया गया है।

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