जम्मू। कट्टरपंथी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन के बाद चौथे दिन रविवार को शाम पांच बजे के बाद कश्मीर में प्रतिबंधों में ढील दी गई लेकिन सुरक्षाबलों की तैनाती जारी रही। इस बीच सरकार ने आदेश जारी कर कहा है कि घाटी में छह सितंबर को शाम पांच बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवा ठप रहेगी। गृह सचिव की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि खुफिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान की ओर से मोबाइल इंटरनेट का इस्तेमाल कर गड़बड़ी फैलाई जा सकती है।
घाटी में लोगों के आवागमन पर कोई रोक नहीं है लेकिन अलगाववादी नेता के लिए शोक के चौथे दिन के मद्देनजर कई इलाकों में सड़कों पर अवरोधक लगे हुए हैं। खासकर हैदरपोरा में गिलानी के आवास तक जाने वाली सड़कों को सील रखा गया है। आईजी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि जनता ने शांति व्यवस्था बनाए रखने में काफी सहयोग किया है। घाटी के हालात को देखते हुए शाम पांच बजे से पाबंदियों में छूट दी गई है।
अधिकारियों ने बताया कि कानून-व्यवस्था को बरकरार रखने के लिए शहर और अन्य इलाकों में सुरक्षा बलों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है। घाटी में वाहनों का आवागमन बढ़ा है लेकिन ज्यादातर सार्वजनिक परिवहन सड़क से नदारद रहा। शहर के कुछ इलाकों और घाटी के अन्य हिस्सों में भी कुछ दुकानें खुलीं।
स्थिति सामान्य व नियंत्रण में
अधिकारियों ने बताया कि स्थिति सामान्य एवं नियंत्रण में है। पुलिस ने शनिवार को कहा था कि कानून-व्यवस्था को बरकरार रखने के लिए कई एहतियाती उपाय किए गए हैं जिसमें शरारती तत्वों की गिरफ्तारी शामिल है।
पुलिस ने यह भी कहा कि पाकिस्तान से चल रहे कश्मीर मीडिया सर्विस सहित कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म उपद्रवियों को शांति भंग करने के लिए उकसाने के लिए फर्जी खबरें और वीडियो फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ स्थानीय मीडिया के लोग और चैनल भी फ र्जी खबर फैलाते दिखे हैं और पुलिस उनपर नजर रख रही है। इनके खिलाफ साक्ष्य एकत्र कर रही है और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
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