नागदा। अत्यधिक वर्षा एवं बाढ़ के दौरान नदी में डूब रहे लोगों को कैसे बचाया जाए और बाहर निकालने के बाद उपचार के तरीके उज्जैन से आए प्रशिक्षित दल ने मॉक ड्रील के माध्यम से स्थानीय दल को समझाए।
करीब 2 घंटे चले अभ्यास के दौरान टीम के सदस्यों ने आपदा के समय किए जाने वाले बचाव के हर तरीके से अवगत करवाया। सोमवार को मॉकड्रिल के दौरान टीम के सदस्यों ने नदी के बीच नाव ले जाकर उसे पलट दिया। इस दौरान एक सदस्य नदी में गिरा फिर नदी में डूब रहे उक्त व्यक्ति को बचाने और बाहर निकालकर कैसे उपचार करना है, इसकी जानकारी टीम के सदस्यों ने दी। इस दौरन मॉकड्रिल में मौजूद एसडीएम आशुतोष गोस्वामी, सीएसपी मनोज रत्नाकर, मंडी थाना प्रभारी श्यामचंद्र शर्मा, बिरलाग्राम थाना प्रभारी हेमंत जादौन भी टीम के सदस्यों के साथ बोट में मौजूद रहे। मॉकड्रिल में डिविजनल कमांडेंट प्रीतिबाला सिंह, होमगार्ड डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट संतोष कुमार जाट एवं उज्जैन टीम के एसडीआरएफ प्रभारी प्लाटून कमांडर शीला चौधरी, दिलीप बामनिया, पुष्पेंद्र त्यागी एवं एसडीआरएफ व होमगार्ड के जवान पंकज मंडलोई, जितेंद्र उपाध्याय, भरत राजोरिया, संतोष सोलंकी सहित 24 जवान मॉकड्रिल में उपस्थित रहे। साथ ही नागदा डीआरसी के प्रभारी नीलम तिवारी के नेतृत्व में नागदा डीआरसी के 8 जवान भी उपस्थित रहे। इस प्रकार मॉकड्रिल में कुल 32 जवान उपस्थित रहे।