- कल से स्मार्ट सिटी कॉन्क्लेव की शहर में धूम, 66 अवॉर्ड बंटेंगे, राष्ट्रपति की अगवानी की तैयारी में जुटी पुलिस-प्रशासन की मशीनरी
इंदौर। यह पहला मौका है जब केन्द्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्रालय ने इंदौर में इंडिया स्मार्ट सिटीज कॉन्क्लेव का आयोजन किया है, जिसमें इंदौर सहित देश के सभी 100 स्मार्ट सिटी शहरों की भागीदारी रहेगी। कल से यह आयोजन शुरू हो रहा है और 27 सितम्बर को राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू अवॉर्ड वितरित करेंगी। मुख्यमंत्री सहित केन्द्रीय मंत्री और अन्य विशिष्ठजन तो इस अवसर पर रहेंगे ही। वहीं सभी स्मार्ट सिटी शहरों के महापौर-आयुक्त भी इंदौर आ रहे हैं। एक लाख करोड़ रुपए से अधिक के कार्य इन सभी स्मार्ट सिटी में हो चुके हैं, जिनमें सभी 6 हजार प्रोजेक्ट शामिल हैं।
अगले साल 30 जून तक शेष सभी प्रोजेक्टों को पूरा करने का लक्ष्य भी रखा गया है। इसी साल इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और उसके बाद जी-20 की बैठकें तो हुई, वहीं अब एक और बड़ा आयोजन चुनाव से पहले स्मार्ट सिटी कॉन्क्लेव का भी इंदौर को मिला, जिसके चलते शासन-प्रशासन, निगम, प्राधिकरण, पुलिस सहित सभी विभाग जुटे हैं। एयरपोर्ट से लेकर ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के साथ सजावट के अलावा आने वाले मेहमानों को इंदौर स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्टों को दिखाने के अलावा हेरिटेज वॉक और अन्य गतिविधियों से भी अवगत कराया जाएगा। शहर की सभी होटलों में इन मेहमानों के लिए कमरे आरक्षित किए गए हैं, क्योंकि 100 स्मार्ट सिटी के महापौर-आयुक्त से लेकर अन्य अधिकारियों-विशेषज्ञों का जमावड़ा रहेगा।
लगभग 2 हजार अतिथियों के इस आयोजन में होने की संभावना है। कल इसकी प्रदर्शनी का शुभारंभ होगा और फिर इंदौर सहित देश की उन चुनिंदा स्मार्ट सिटी को राष्ट्रपति के हाथों अवॉर्ड मिलेगा जिन्होंने अलग-अलग प्रोजेक्टों में सफलता हासिल की है। 5 केन्द्र शासित प्रदेशों, 31 विशिष्ट शहरों और 7 भागीदार संगठनों को भी पुरस्कारों से सम्मानित किया जा रहा है। इस स्मार्ट सिटी पुरस्कार प्रतियोगिता में कुल 66 विजेता हैं, जिन्हें अवॉर्ड दिए जाएंगे। 25 जून 2015 को प्रधानमंत्री द्वारा स्मार्ट सिटी मिशन शुरू किया गया और पहले देश के 10 शहरों को स्मार्ट सिटी घोषित किया गया, जिसमें इंदौर भी शामिल रहा, उसके बाद यह संख्या बढक़र 100 शहरों की हो गई।
अपराध पर नजर रखने, नागरिकों की सुरक्षा, परिवहन प्रबंधन, ठोस अपशिष्ट, जलापूर्ति, आपदा प्रबंधन से लेकर अन्य क्षेत्रों में शहरी सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार के लिए ये स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट शुरू करवाए गए। अभी तक लगभग 25 हजार करोड़ रुपए लागत के 1192 प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं, जबकि 17 हजार करोड़ के 494 प्रोजेक्ट चल रहे हैं। वहीं अलग-अलग श्रेणी में भी ये प्रोजेक्ट अमल में लाए जा रहे हैं। इसके पूर्व तीन अवॉर्ड समारोह अलग-अलग शहरों में आयोजित हुए हैं। इस बार इंदौर को मेजबानी का मौका मिला है। कुल 5 श्रेणियों में 845 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसमें से 66 अंतिम विजेताओं को तय किया गया, जिन्हें राष्ट्रपति द्वारा 27 सितम्बर को पुरस्कृत किया जाएगा। राष्ट्रपति की इंदौर यात्रा के मद्देनजर पुलिस-प्रशासन सहित पूरी सरकारी मशीनरी तैयारियों में जुटी है।
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