भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

Corona, बाढ़, भूकंप, आगजनी जैसे हालातों से निपटने के लिए तैयार है MP

  • प्रदेश में में आपदा नियंत्रण के बेहतर इंतजाम

भोपाल। प्रदेश में कोरोना संक्रमण (Corona Infection) पर लगभग पूरी तरह से काबू पा लिया गया है। कोरोना (Corona) की भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए भी मप्र (MP) तैयारी में जुटा है। साथ ही बाढ़, भूकंप, आग, दुर्घटना (Flood, Earthquake, Fire, Accident) आदि सभी प्रकार की आपदाओं की हर परिस्थिति से निपटने के लिए टीम मध्यप्रदेश (Team Madhya Pradesh) तैयार है। आपदा प्रबंधन के लिए मंत्रालय (Ministry) में कमांड सेंटर (Command Center) शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने इसका लोकार्पण किया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अत्याधुनिक तकनीकी का उपयोग करते हुए मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) ने आपदा नियंत्रण के बेहतर इंतजाम किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब प्रदेश में आपदा प्रबंधन के लिए मजबूत नेटवर्क बन गया है। राज्य स्तरीय सिचुएशन रूम (State Level Situation Room) को राज्य-स्तरीय कंट्रोल एण्ड कमाण्ड सेंटर (State-Level Control and Command Center) तथा 52 जिलों के कन्ट्रोल एण्ड कमांड सेंटर्स (control and command centers) से जोड़ा गया है।

जिला स्तरीय कमाण्ड एवं कंट्रोल सेंटर
प्रदेश के 52 जिलों में से 45 जिलों में जिला कमाण्ड एवं कंट्रोल कॉल सेंटर की स्थापना की जा रही है तथा 7 स्मार्ट सिटी वाले जिलों में स्मार्ट सिटी परियोजना अंतर्गत पूर्व से स्थापित (इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेंटर्स) का ही उपयोग किया जाएगा। तीन जिलों होशंगाबाद, सीहोर एवं रायसेन में जिला कमांड एवं कंट्रोल सेंटर की पायलट परियोजना प्रारंभ की गयी है।

लाइव दिखेगा रेस्क्यू ऑपरेशन
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस नेटवर्क के विकसित हो जाने तथा इसमें अत्याधुनिक तकनीक के उपयोग से आपदा के दौरान न केवल त्वरित बचाव और राहत कार्य संपादित होंगे अपितु बचाव और राहत कार्यों (रेस्क्यू ऑपरेशन) की लाइव मॉनीटरिंग भी की जा सकेगी।

16 विभागों के लाइव फीड का उपयोग होगा
राज्य स्तरीय सिचुएशन रूम तथा राज्य स्तरीय कन्ट्रोल कमाण्ड सेंटर में 1000 एमबीपीएस लीज्ड लाइन के माध्यम से विभिन्न प्रकार के डाटाबेस जैसे – समस्त बांधों का अद्यतन जल-स्तर, बांधों के गेट खोलने की अद्यतन स्थिति, नदी गेज के माध्यम से नदियों का अद्यतन जल-स्तर, मौसम विभाग का अपडेटेड डाटाबेस, डायल-100 तथा डायल-108 के एम्बुलेंस एवं वाहनों का रियल टाइम डाटाबेस, ट्रेफिक के 10 हजार सी.सी.टी.वी. कैमरों की लाइव फीड, स्मार्ट सिटी के 500 कैमरों की लाइव फीड आदि प्राप्त होंगे। कुल 16 विभागों के लाइव फीड का उपयोग आपदा प्रबंधन में किए जाने की व्यवस्था रहेगी।

विभिन्न धर्म-स्थलों एवं मेला-स्थलों की लाइव फीड
विभिन्न धर्म-स्थलों एवं मेला-स्थलों की लाइव फीड भी सिचुएशन रूम तथा राज्य-स्तरीय कन्ट्रोल कमाण्ड सेंटर को उपलब्ध होगी। इनमें आपदा की स्थिति निर्मित होने पर बेहतर प्रबंधन राज्य स्तर से सुनिश्चित हो सकेगा।

शासन की विभिन्न गतिविधियों में उपयोग
सिचुएशन रूम तथा कमाण्ड एवं कंट्रोल सेंटर्स का शासन की विभिन्न गतिविधियों – आपदा एवं आपातकालीन स्थिति में जिला स्तरीय कॉल सेंटर के रूप में, सीएम हेल्पलाइन की मॉनीटरिंग के लिए, लोक सेवा प्रदाय व्यवस्था में सुधार के लिए फीडबैक, सरकार द्वारा समय-समय पर चलाये जाने वाले अभियान, सर्वेक्षण, खरीदी, टीकाकरण, अन्य गतिविधियाँ, लोक सेवा प्रदाय व्यवस्था में सुधार के लिए फीडबेक तथा जिला प्रशासन की आवश्यकता अनुसार उपयोग भी किया जा सकेगा।

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