भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में उपचुनाव (By election) से पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) को चुनौती दी है। उन्होंने कहा – शिवराज जी मुझे हमेशा कहते रहते हैं कि कमलनाथ जी बूढ़े हो गए हैं। बीमार रहते हैं. मैं शिवराज जी से कहता हूं कि आपको अगर मुझसे रेस लड़ानी है तो आइए लड़ाते हैं. उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि मैं विक्रांत भूरिया के ज्यादा नजदीक रहता हूं. वे नौजवान हैं, मैं भी नौजवान हूं. इन सभी बूढ़ों से मैं दूर ही रहता हूं।
गांधी जयंती के मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मिंटो हॉल में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद वे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की सोच और उनका दृष्टकोण अमर है. आज इस सोच पर आक्रमण हो रहा है. महात्मा गांधी ने भारत के साथ विश्व को शांति का संदेश दिया. आज विश्व को वास्तविकता में शांति की जरूरत है। आज हम सभी को सिर झुकाना पड़ रहा है. हमारे सामने देश के भविष्य को सुरक्षित रखने की चुनौती है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा – शिवराज जी कहते हैं कमलनाथ जी बीमार हैं, बूढ़े हैं. मुझे लंग्स में निमोनिया हो गया था. इसके इलाज के लिए मैं विदेश गया था. अब मैं पूरी तरह स्वस्थ हूं।
भाजपा सरकार को नहीं दिख रही लोगों की पीड़ा
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि उपचुनाव के उम्मीदवारों के लिए टिकट सर्वे के आधार पर ही तय किए जाएंगे. जो उम्मीदवार जीत का दावेदार होगा, उसी को टिकट दिया जाएगा. ये कोई साधारण चुनाव नहीं हैं, बल्कि वह देश की संस्कृति और प्रदेश को बचाने के चुनाव हैं. आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में प्रदेश नंबर वन है, किसानों की आत्महत्या में प्रदेश नंबर वन है. भ्रष्टाचार में प्रदेश नंबर वन है. प्रदेश में आज हर वर्ग परेशान है. बीजेपी को प्रदेश के लोगों की पीड़ा नहीं दिख रही।
कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में किसी भी तरह का इंवेस्टमेंट नहीं आया है. मध्य प्रदेश में आज के नौजवानों का भविष्य असुरक्षित है. शिवराज झूठी घोषणा करने से पीछे नहीं हटते हैं. 15 साल में वे 20-22 हजार घोषणा कर चुके हैं. आज भी शिवराज प्रदेश की जनता को मूर्ख बना रहे हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि जनता प्रदेश का भविष्य जरूर सुरक्षित करेगी।
वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की उपेक्षा नहीं
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस में वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को दरकिनार नहीं किया जा रहा. समय-समय पर जिम्मेदारी दी जा रही है.सबको अपने आप बिना कहे जिम्मेदारी लेनी चाहिए. लोगो को जिम्मेदारी लेने के लिए खुद आगे आना चाहिए. इसके लिए दिल में तड़प होनी चाहिए. यह बात केवल कांग्रेस तक ही सीमित नहीं है, बल्कि देश और प्रदेश को बचाने के लिए भी सभी को आगे आना चाहिए।