- 55 लाख की फिरौती के लिए किए 32 करोड़
- आईपीएस पवन जैन के प्रयास हुए सफल
भोपाल। राजस्थान के धोलपुर जिले के सरमथुरा कस्बे से एक 11 साल के बालक का अपहरण कर उसे मप्र के मुरैना के जंगलों में छुपाया गया। अपहरणकर्ताओं ने 55 लाख फिरौती के लिए बालक के पिता को 32 बार कॉल किया। धोलपुर पुलिस ने यह पता लगा लिया कि अपहरणकर्ता मुरैना से कॉल कर रहे हैं। चूंकि धोलपुर मप्र के कैडर के वरिष्ठ आईपीएस पवन जैन का गृह जिला है तो बालक के पिता ने इसकी सूचना पवन जैन को दी। जैन ने चंबल आईजी मनोज शर्मा को फोन किया। कुछ देर में ही मप्र पुलिस सक्रिय हुई। राजस्थान और मप्र पुलिस ने ज्वाइंट आप्रेशन शुरू किया तो अपहरणकर्ता बालक को मुरैना और ग्वालियर के बीच नूराबाद में छोड़कर भाग गए। पुलिस ने दो संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया है। राजस्थान पुलिस की सूचना और मप्र पुलिस की सक्रियता से 11 साल का सुखदेव बंसल सकुशल घर पहुंच गया है। सुखदेव के पिता ठेले पर पोहा और नाश्ता बेचते हैं। पिछले दिनों उन्होंने एक कार खरीदी थी। अपहरणकर्ताओं को लगा कि वह पैसा वाला है इसी आधार पर बुधवार को सुबह उनके बेटे सुखदेव का अपहरण कर लिया गया। अपहणरकर्ताओं ने 55 लाख फिरौती के लिए 32 बार फोन किए। सुखदेव के पिता ने साफ कह दिया कि उसके पास इतनी राशि नहीं है। वह 50 हजार से ज्यादा नहीं दे सकता। यदि बालक को कुछ हो गया तो वह सपरिवार फांसी लगा लेगा। अपहरणकर्ता 30 लाख से कम पर बच्चों को छोडऩे को तैयार नहीं थे। लेकिन सौभाग्य से मप्र पुलिस समय से सक्रिय हो गई जिससे बालक सकुशल मिल गया है।
Share: