- मुख्यमंत्री का आव्हान-स्वच्छता सर्वें 2022 में जीतेंगे हम जीतेगा मध्यप्रदेश
भोपाल। स्वच्छता सर्वे 2022 शुरू हो चुका है। प्रदेश के सभी नगरीय निकाय, शहर, गांव इस अभियान में जुट गए हैं। सभी का एक ही मकसद है, मप्र की स्वच्छता का लोहा पूरे विश्व का मनवाना। इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी प्रदेशवासियों से अपने शहर और गांव को स्वच्छ रखने में भरपूर सहयोग देने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी नागरिकों की मेहनत और परिश्रम तथा सफाई मित्रों की कर्मठता से प्रदेश ने स्वच्छता में नए रिकार्ड बनाए हैं। मुख्यमंत्री का कहना है कि स्वच्छता में प्रदेश का स्थान बहुत ऊपर है। हमें फिर से स्वच्छता में मध्यप्रदेश को नम्बर वन बनाना है। सभी नागरिक अपने शहर और गाव को स्वच्छ रखने में निरंतर सहयोग दें, जीतेंगे हम जीतेगा मध्यप्रदेश।
इंदौर का सेवन स्टार रेटिंग के लिए दावा मजबूत
विगत दो वर्षो से इंदौर को स्वच्छ सर्वेक्षण में फाइव स्टार रेटिंग से ही संतोष करना पड़ रहा है। इस बार इंदौर नगर निगम ने सेवन स्टार रेटिंग के लिए अपना दावा मजबूत किया है। सेवन स्टार रेटिंग में लिए सर्वेक्षण पोर्टल पर डेटा अपलोड करने की अंतिम तारीख 25 मार्च है लेकिन इसके पहले ही नगर निगम ने बुधवार को पोर्टल पर डेटा अपलोड करने की प्रक्रिया को पूरा किया। निगम के अफसर जहां एक बार फिर सर्वेक्षण में शहर के नंबर 1 आने की बात कह रहे है, वही इस बार सेवन स्टार रेटिंग मिलने की भी पूरी संभावना जता रहे है।
स्वच्छता में अग्रणी भूमिका निभाते प्रदेश के नगर
उल्लेखनीय उपलब्धियों की अगर बात करें तो हाल ही में भारत सरकार से इंदौर को देश का पहला वाटर+शहर होने का गौरव प्राप्त हुआ है। इंदौर शहर ने स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 में भी लगातार पांचवी बार देश में सबसे स्वच्छ शहर का स्थान प्राप्त कर देश में प्रदेश का नाम रोशन किया है। इसी तरह भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और सागर शहर को उनके द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए मिला है। और तो और स्मार्ट सिटी मिशन में भी भारत सरकार द्वारा चुने गए 100 शहरों की रैंकिंग में भोपाल प्रथम स्थान पर है।
होली बाद सर्वे होने की संभावना
प्रदेश एक बार स्वच्छता सर्वे में अव्वल आकर इंदौर सिक्सर लगाने की तैयारियों में जुट गया है। वही भोपाल सहित अन्य नगरीय निकायों ने भी एक बार फिर पूरे अमले को मैदान में झोंक दिया है, ताकि कहीं कोई कमी न रहे। गत बार कोरोना के बाद भी निकायों में सफाई को लेकर निगम अमला सक्रिय था। इस बार भी निकाय सक्रिय हो चुके हैं। माना जा रहा है कि पिछली बार की अपेक्षा इस बार बेहतर परिणाम आएंगे।