भोपाल। केन्द्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को साग़र जिले के बीना में बीओआरएल के निकट नवनिर्मित 1000 बिस्तर के अस्थायी कोविड अस्पताल का निरीक्षण किया और अस्पताल के निर्माण संबंधी बैठक भी ली।
केन्द्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यहाँ अस्पताल का बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य चल रहा है। बीना रिफाइनरी की इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन को मेडिकल ऑक्सीजन में कन्वर्ट कर मरीज़ों के लिए उपयोग में लिया जाएगा। यह एक बड़ा प्रोजेक्ट है जो साग़र, विदिशा, अशोकनगर और गुना सहित आसपास के ज़िलों के कोविड मरीजों के लिए बड़ी सौग़ात साबित होगा।
प्रधान ने कहा कि ऑक्सीजन की उपलब्धता के मामले में केंद्र एवं मध्यप्रदेश शासन लगातार मिलकर कार्य कर रहे हैं। शीघ्र ही मध्यप्रदेश ऑक्सीजन के मामले में आत्म-निर्भर होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं केन्द्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अस्थाई अस्पताल स्थल का निरीक्षण किया तथा मौक़े पर ही सम्पूर्ण रोडमेप की समीक्षा भी की। उन्होंने जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूरा करने के लिए कहा। निरीक्षण के बाद पेट्रोलियम मंत्री एवं मुख्यमंत्री ने रिफाइनरी के अंदर मीटिंग हॉल में बैठक ली। जहां अधिकारियों द्वारा बताया गया कि 20 मई तक अस्पताल बनकर पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। इस दौरान केंद्रीय मंत्री प्रधान एवं सीएम शिवराज ने रिफाइनरी के अधिकारियों से ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर भी चर्चा की गई। अधिकारियों ने बताया जल्द ही कंप्रेशर आने वाला है। उसके बाद ऑक्सीजन सप्लाई पूरे परिसर में चालू हो जाएगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने अस्पताल से संबंधित विभिन्न कार्यों हेतु नियुक्त एजेंसी तथा कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की। उन्होंने यहाँ ऑक्सीज़न प्लांट, ऑक्सीज़न टेस्टिंग, कंप्रेसर कक्ष के निर्माण, ऑक्सीजन सप्लाई की 800 मीटर लंबी पाइपलाइन, दुर्गापुर से कंप्रेसर की शिफ्टिंग, अतिरिक्त स्टैंडबाय कंप्रेशर का क्रय, बॉटलिंग प्लांट संबंधित कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यहाँ बॉटलिंग प्लांट स्थापित कर अन्य ज़िलों की ऑक्सीजन की आवश्यकता को भी पूरा किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि बीना रिफ़ाइनरी द्वारा दो बार (बीएआर) प्रेशर पर सप्लाई प्रारंभ की जाएगी, जिससे साधारण ऑक्सीजन अस्थायी अस्पताल के बिस्तरों के लिए पर्याप्त होगी। दुर्गापुर से लाए जा रहे सात बार प्रेशर के कंप्रेशर को स्टैंडबाई प्रेशर के रूप में रखा जाएगा। साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर का इमरजेंसी बैकअप भी रखा जाएगा।
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