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MSP से कम कुछ मंजूर नहीं, महापंचायत में किसानों का ऐलान; पूरे देश में आंदोलन का बनाया प्लान

नई दिल्‍ली(New Dehli) । संयुक्त किसान मोर्चा (United Kisan Morcha)ने गुरुवार को रामलीला मैदान (Ramlila Maidan)में एमएसपी पर कानूनी गारंटी (legal guarantee)सहित दूसरी मांगों को लेकर किसान मजदूर महापंचायत (Kisan Mazdoor Mahapanchayat)की। महापंचायत में 23 मार्च को लोकतंत्र दिवस मनाने और आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया गया। उन्होंने कहा कि एमएसपी से कम कुछ मंजूर नहीं है। महापंचायत में पंजाब, हरियाणा, यूपी सहित दूसरे राज्यों के किसान शामिल हुए। इस दौरान संकल्प पत्र भी जारी किया गया।

महापंचायत में भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसान विरोधी सरकार के खिलाफ हमारा आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि महापंचायत में आने वाले किसानों संग मारपीट की गई। वहीं, किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि सारे कानून पूंजीपतियों के लिए बनाए गए हैं। संघर्ष करने पर गोलियां दागी जाती हैं, मगर हम बात मनवाकर ही उठेंगे। रामलीला मैदान में गुरुवार महापंचायत में शामिल हुए किसान नेताओं ने 23 मार्च को लोकतंत्र दिवस मनाने और आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया गया।


ये मांग उठाईं

● संयुक्त किसान मोर्चा संग हुए समझौते को सरकार लागू करे
● सभी फसलों के लिए सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य दे
● बिजली बिल 2022 वापस हो व ऋण माफी योजना लागू हो
● किसान शुभकरण सिंह की मौत की न्यायिक जांच हो

गांव में घुसने नहीं देंगे

किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने कहा कि 23 मार्च को भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव शहीद हुए थे। इस महीने की 23 मार्च को उस दिन हम हर गांव, हर मोहल्ले, हर शहर में लोकतंत्र बचाओ दिवस मनाएंगे। राज्यों में लगातार बड़ा आंदोलन करना होगा। चुनाव में वोट की चोट से गुस्सा जाहिर करेंगे। हमें दिल्ली नहीं आने दिया जा रहा। रास्तों में कील और बैरिकेड लगाए गए हैं। हम उन्हें गांव में घुसने नहीं देंगे। देश में सिख समाज को बदनाम करने की बड़ी साजिश चली हुई है। हमने छह सदस्यों की समिति बनाई है। देश में जब भी बड़ा आंदोलन होगा, सब इकठ्ठा होकर आंदोलन करेंगे।

हर किसी ने अपना दर्द साझा किया

किसान ओमवीर सिंह ने कहा, ‘मैं शिमला मिर्च की खेती करता हूं। मुझे मंडी में शिमला मिर्च का 17 रुपये प्रति किलो दाम मिलता है। किसानों को शिमला मिर्च पर 50 रुपये प्रति किलो से नीचे रेट बिलकुल भी नहीं मिलना चाहिए।’

किसान कर्मजीत सिंह ने कहा, ‘सरकार गेहूं, धान और अन्य फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य किसानों को दे। इसी मांग को लेकर हम बड़ी संख्या में रामलीला मैदान में आयोजित महापंचायत में पहुंचे हैं। हमारा आंदोलन अपनी सभी मांगों को लेकर जारी रहेगा।’

किसान कुलवंत सिंह ने कहा, ‘किसानों की आवाज को केंद्र सरकार अनसुना न करे। हम अपनी मांगों को लेकर लगातार विरोध जताते रहेंगे। यदि सरकार हमारी मांगों पर ध्यान नहीं देती है तो सरकार के विरोध में लोकसभा चुनाव में वोट देंगे।’

किसान जंगीर सिंह ने कहा, ‘काफी संख्या में किसान पंजाब से बुधवार को रात को दिल्ली पहुंच गए थे। गुरुवार को सुबह रामलीला मैदान में पहुंचकर महापंचायत में हिस्सा लिया। सरकार से गारंटी नहीं मिलेगी। तब तक विरोध जारी रहेगा।’

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