जबलपुर। कलेक्टर दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में लंबित पत्रों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में उन्होंने सभी विभागों की सीएम हेल्पलाईन की एक-एक कर समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों के निराकरण प्राथमिकता से करें। उन्होंने कहा कि कोई भी प्रकरण नॉन अटेंडेंट न रहे और न ही निम्न गुणवत्ता से बंद हों। साथ ही कहा कि 50 दिन से अधिक के प्रकरणों को पहले निराकृत करें। शिकायतों के निराकरण की गति में तेजी लायें।
कलेक्टर ने टीएल के प्रकरणों की समीक्षा के दौरान विभागवार एक-एक प्रकरणों की समीक्षा करते हुये कहा कि प्रकरणों का निराकरण तत्परता से करें। इसके साथ ही बरगी डैम व पनागर क्षेत्र के अंतर्गत वेटलेंड का सीमांकन, वक्फ की संपत्ति की मार्किंग, सड़क सुरक्षा समिति की बैठक शीघ्र कराने, बेहतर ई-रिक्शा नीति बनाने, स्कूलों की छुट्टी के समय ट्राफिक कंट्रोल आदि पर चर्चा करते हुए कहा कि लोकल ऑर्डिट फंड में हुये धोखाधड़ी से सभी अधिकारी सीखें और आहरण और संवितरण पर सख्त निगाह रखें। साथ ही कहा कि निर्माण विभाग द्वारा रॉयल्टी जल्दी जमा करें। सरकारी भवनों में सोलर पैनल लगवायें। उन्होंने मायनिंग के कुछ प्रकरणों में लायसेंस निरस्तीकरण के निर्देश भी संबंधित अधिकारी को दिये। कलेक्टर ने कहा कि प्रकरणों के निराकरण के लिए मेहनत करें और जवाबदारी से कार्य करें और जिले की रैंकिंग सुधारें।
गेहूं उपार्जन में गड़बड़ी न हो
कलेक्टर की अध्यक्षता में गेहूं उपार्जन की तैयारियों के संबंध में संबंधित अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। इस दौरान उन्होंने कहा कि गेहूं उपार्जन गुणवत्तापूर्ण व पारदर्शी हो। इसमें कहीं भी कोई गड़बड़ी करते हैं, तो संबंधित के विरूद्ध त्वरित कार्यवाही किया जाये। कौन- कौन से वेयर हाउस में कितनी कैपेसिटी है और वहां कितना स्लॉट बुकिंग हुई है यह भी देखें। उन्होंने कहा कि धान उपार्जन में गोदामों की लिस्ट की जो खाली हैं वहां प्राथमिकता से केन्द्र बनाये गये थे, लेकिन इसमें कुछ क्षेत्र छूट गये थे। गेहूं खरीदी में उन क्षेत्रों में भी केन्द्र बनाया जाये। उन्होंने कहा कि आरआई सर्किल स्तर पर तीन-तीन खरीदी केन्द्र बनायें, जिससे 15-20 किलोमीटर रेडियस में एक गेहूं खरीदी केन्द्र हो। उन्होंने कहा कि यह कार्य होली त्यौहार के पहले पूर्ण कर लिया जाये। उपार्जित गेहूं को रखने के लिए गोदामों कापहले से चयन भी कर लिया जाये। उन्होंने धान उपार्जन के संबंध में कहा कि जिन गोदामों में उपार्जित धान की कमी पाई गई है, वहां के नोडल अधिकारी को निलंबित करने की कार्यवाही शीघ्र करें।
पुस्तक मेला 25 मार्च से, बेहतर व्यवस्थाएं करने सभी जुट जाएं
कलेक्टर दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में कलेक्टर सभागार में पुस्तक मेला की व्यवस्थाओं के संबंध में बैठक आयोजित की गई। जिसमें कहा गया कि 25 मार्च से 5 अप्रैल तक शहीद स्मारक प्रांगण में विद्यार्थियों के लिए सुलभ रूप से शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पुस्तक मेला आयोजित किया जा रहा है। जिले में लगभग 4 लाख से ज्यादा बच्चे ऐसे हैं जो शैक्षणिक सामग्री का क्रय करते हैं और एक विद्यार्थी अपने शैक्षणिक सामग्री के लिए लगभग 5 हजार रूपये खर्च करते हैं। इस हिसाब से यह पुस्तक मेला में करोड़ों का व्यापार हो सकता है। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारियों से पुस्तक मेला को भव्य व आकर्षक बनाने के सभी प्रयास करें। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि पुस्तक मेला में पुस्तक व शैक्षणिक सामग्री विक्रेताओं के लिए आवश्यक सुविधा सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि पुस्तक मेला से बच्चों को सस्ती व किफायती दर पर गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध हो सकेगी। इस व्यवस्था में सामग्रियों के विक्रय पर पारदर्शिता होगी और शैक्षणिक सामग्री विक्रेताओं के एकाधिकार पर अंकुश भी लगेगा। उन्होंने कहा कि पुस्तक मेला में बुक, स्टेशनरी, यूनिफार्म व फूड स्टॉल के साथ सांस्कृतिक गतिविधियां भी हों। विद्यार्थी अपनी पुरानी किताबों को डोनेट करें, इसके बदले उन्हें कूपन दिया जायेगा, जिसका उपयोग वे अपने स्टेशनरी खरीदने में कर सकते हैं। कोई भी विद्यार्थी अपने वांछित किताब से वंचित न रहें इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करें।
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