डा. प्रभुराम चौधरी बोले-ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने किए हर संभव प्रयास
भोपाल. केंद्र सरकार की ओर से राज्यसभा में दिए गए एक जवाब में कि कोरोना के दौरान ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं हुई (not a single death due to lack of oxygen) वाले स्टेटमेंट के बाद अब बीजेपी शासित राज्यों (BJP ruled states) के नेताओं और मंत्रियों (Leaders and ministers) ने भी इसी में सुर में सुर मिला दिया है. केंद्र सरकार के राज्यसभा में दिए गए जवाब पर मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी (Madhya Pradesh Health Minister Dr. Prabhuram Choudhary) से पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह बात सही है कि मध्य प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से किसी भी मरीज की मौत कोरोना के दौरान नहीं हुई.
उन्होंने कहा कि मौत की अलग वजह रही. जहां तक बात ऑक्सीजन की कमी की है तो उसे पूरा करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने हर संभव प्रयास किए. हवाई जहाज से लेकर ट्रेन और टैंकरों से ऑक्सीजन की सप्लाई को बढ़ाया गया लेकिन ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई.
क्या बोले गृह मंत्री ?
वहीं मध्यप्रदेश के गृहमंत्री और सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने भी कुछ ऐसा ही जवाब दिया है. नरोत्तम मिश्रा ने ऑक्सीजन की कमी को लेकर आये जवाब के मामले में कहा कि राज्य जो सूचना देता है उसी आधार पर केंद्र जवाब देता है. छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री ने भी कहा है ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं हुई. नरोत्तम के मुताबिक मौत पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.
ऑक्सीजन को लेकर एमपी में स्थिति
सरकार ने सदन में भले ही ऑक्सीजन की कमी को लेकर कोई जवाब दिया हो लेकिन यह बात किसी से छिपी नहीं है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की किल्लत से मरीजों के परिजन दर दर भटकते नजर आए थे. खुद सरकार यह मान रही थी कि ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. फिलहाल ऑक्सीजन के लिए एमपी में 186 PSA प्लांट्स स्थापित किए जा रहे हैं, इनमें से 34 ने कार्य करना शुरू कर दिया है. बाकी 152 PSA प्लांट्स 30 सितम्बर तक शुरू हो जाएंगे. इससे 229 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की क्षमता होगी. इसके साथ-साथ चिकित्सा शिक्षा विभाग और जिला स्तर पर भी ऑक्सीजन प्लांट्स का काम जारी है, जो 30 सितम्बर तक पूरा होगा.