- नीलामी से पहले निगम ने परिवहन विभाग और पीडब्ल्यूडी से परीक्षण रिपोर्ट मांगी
इंदौर। नगर निगम ने ट्रेंचिंग ग्राउंड (trenching ground) में भंगार हुए 130 वाहनों से लेकर अन्य सामग्री बेचने के लिए कमेटी बनाई थी, जिसकी कल बैठक में वाहनों की नीलामी के संबंध में चर्चा की गई और परिवहन व पीडब्ल्यूडी से नीलाम किए जाने वाले वाहनों की रिपोर्ट मांगी है। वर्षों पुरानी सड़ी हुई कचरा पेटिया, कचरा उठाने (pick up garbage) वाली छोटी हाथ गाडिय़ां, ठेेले और लोहे की अन्य सामग्रियों का ढेर पहले झोनल कार्यालयों पर लगा रहा था, जिसे अफसरों की फटकार के बाद वहां से हटवाया गया और ऐसी सामग्री डंपरों और ट्रकों में भरकर ट्रेंचिंग ग्राउंड भेज दी गई थी। सभी 19 झोनलों से भेजे गए अटाले के कारण ट्रेंचिंग ग्राउंड में काफी जगह प्रभावित हो रही थी। इसी के चलते अब ट्रेंचिंग ग्राउंड में खटारा और भंगार वाहनों को नीलाम करने के लिए निगमायुक्त प्रतिभा पाल के निर्देश पर एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई गई है, जिसकी कल बैठक आयोजित की गई थी।
कई मुद्दों पर चर्चा के बाद यह निर्णय हुआ कि जो भी खटारा वाहन नीलाम किए जाने हैं, उन्हें शासन के नियम के मान से पहले परिवहन विभाग और पीडब्ल्यूडी की अनुमति लेने के बाद कार्रवाई में शामिल किया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक दोनों ही विभाग के अफसरों की टीम वाहनों का परीक्षण करने के बाद अपनी रिपोर्ट देंगे। ऐसे करीब 130 वाहन ट्रेंचिंग ग्राउंड में खड़े हैं, जो पूरी तरह भंगार हो चुके हैं। हालांकि यह आंकड़ा पहले बहुत अधिक था, लेकिन इनमें से कई वाहनों को निगम के वर्कशाप में सुधारकर कामचलाऊ बनाया गया था। अब आने वाले दिनों में भंगारों के नीलामी की प्रक्रिया शुरू होगी। निगम द्वारा नीलाम किए जा रहे इन वाहनों में कई वाहनों की हालत बहुत बेहतर हंै। इन्हें खरीदने के उत्सुक कई ठेकेदार निगमकर्मियों से सांठगांठ कर वाहनों को भंगार और खटारा बनाकर सूची में डलवा देते हैं।
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