नई दिल्ली। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot) ने राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Political Strategist Prashant Kishor) की जमकर तारीफ की है! गहलोत ने बुधवार को कहा कि प्रशांत किशोर (rashant Kishor) देश में एक ब्रांड बन चुके हैं. उनका अनुभव इतना है कि उसका इस्तेमाल विपक्ष को एकजुट करने में किया जा सकता है।
बता दें कि, अशोक गहलोत का ये बयान ऐसे समय आया है, जब प्रशांत किशोर की कांग्रेस हाईकमान के साथ लगातार बैठकें चल रही हैं. माना जा रहा है कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में नई जान फूंकने के मंत्र सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को दे रहे हैं. ऐसी भी चर्चा है कि प्रशांत किशोर जल्द ही कांग्रेस पार्टी जॉइन कर सकते हैं।
हालांकि कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी ने पार्टी नेताओं से कह दिया है कि प्रशांत किशोर शामिल होंगे और वह 2024 के आम चुनाव के लिए रणनीति बनाने का काम करेंगे। लेकिन इस बार वह महज आउटसोर्स सलाहकार नहीं होंगे बल्कि पार्टी के नेता की हैसियत से काम करेंगे। शनिवार से अब तक सोनिया गांधी की पीके के साथ तीन मीटिंग हो चुकी हैं। इन बैठकों में प्रियंका गांधी, कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, केसी वेणुगोपाल और एके एंटनी समेत कई सीनियर नेता मौजूद थे।
माना जा रहा है कि इस मीटिंग में सोनिया गांधी ने दोनों राज्यों के नेताओं को बता दिया है कि पीके पार्टी में आ रहे हैं। संभव है कि प्रशांत किशोर को विधानसभा चुनावों की रणनीति का जिम्मा सौंपा जाए। शायद इसीलिए दोनों मुख्यमंत्रियों को सोनिया गांधी ने बुलाया था। मीटिंग के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कहा है कि प्रशांत किशोर जैसे स्ट्रैटजिस्ट का अनुभव कांग्रेस के लिए फायदेमंद होगा।
कहा जा रहा है कि सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव रहे अहमद पटेल और मोतीलाल वोरा रणनीतिक मामलों में अच्छी समझ रखते थे। अब उनकी कमी पूरी करने के लिए पीके के सहारे कांग्रेस लीडरशिप आगे बढ़ सकती है। प्रशांत किशोर विधानसभा और लोकसभा चुनाव की रणनीति का काम देखेंगे। इसके अलावा राज्यों के प्रभारियों से वह संवाद स्थापित करेंगे और रणनीति तैयार करेंगे। Share: