कई अध्ययनों में पाया गया है कि हिरण आसानी से कोरोनावायरस के संपर्क में आ सकते हैं. उदाहरण के लिए, पिछले नवंबर में, पेन स्टेट यूनिवर्सिटी और अन्य जगहों के शोधकर्ताओं ने बताया कि आयोवा में एक तिहाई मुक्त रहने वाले और कैप्टिव हिरणों में 2020 के अंत से 2021 की शुरुआत तक वायरस के अंश पाए गए. इनमें से कुछ पेन स्टेट और अन्य के शोधकर्ता , जिनमें न्यूयॉर्क सिटी डिपार्टमेंट ऑफ़ पार्क्स एंड रिक्रिएशन शामिल हैं, ने इसके नतीजे प्रीप्रिंट वेबसाइट बायोरेक्सिव पर जारी किए हैं.
टीम ने स्टेटन द्वीप पर रहने वाले जंगली हिरणों के रक्त और नाक के सैंपल का परीक्षण किया. ये सैंपल अस्थायी रूप से आबादी को नियंत्रण में रखने के लिए एक नसबंदी कार्यक्रम के लिए दिसंबर 2021 और जनवरी 2022 के बीच लिए गए थे, और वैज्ञानिकों ने उन पर एंटीबॉडी और आरएनए परीक्षण किए.
यहां कुल मिलाकर, जिन 131 हिरणों का खून लिया गया था उनमें से 14.5% ने कोरोनवायरस के एंटीबॉडी के लिए सकारात्मक परीक्षण किय, जो पूर्व संक्रमण का संकेत देता है. नाक की सूजन वाले 68 हिरणों में से लगभग 10% ने तेज संक्रमण के लिए सकारात्मक परीक्षण किया. और जब शोधकर्ताओं ने इन सकारात्मक नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग की, तो उन्होंने पाया कि कुछ हिरण ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित थे, जो अभी तक उभरने वाले कोरोनावायरस के वेरिएंट्स में से सबसे तेजी से फैलता है. इन हिरणों में पाए जाने वाले ओमिक्रॉन शहर के इंसानों में पाए जाने वाले ओमिक्रॉन स्ट्रेन के साथ करीबी आनुवंशिक समानता रखते थे, लेकिन सभी इस बात की पुष्टि करते हैं कि हिरणों में मनुष्य के चलते संक्रमण हुआ था.
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