इंदौर आए लोनिवि मंत्री ने की स्पष्ट घोषणा, कोरोना से ज्यादा लोग सडक़ दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं – अब रोड सेफ्टी के प्रावधानों का होगा कढ़ाई से पालन
इंदौर। बीते कई सालों से एबी रोड के बीआरटीएस पर एलिवेटेड कॉरिडोर (Elevated Corridor on BRTS) की योजना कागजों पर ही बनाई जाती रही। 7.4 किलोमीटर के इस कॉरिडोर को लेकर अलग-अलग डिजाइनें भी बनीं, मगर अभी तक काम शुरू नहीं हुआ। केन्द्र सरकार (Central Goverment) सालों पहले 350 करोड़ रुपए की राशि भी इस कॉरिडोर के लिए मंजूर कर चुकी है। अब लोक निर्माण विभाग की बजाय इस कॉरिडोर का निर्माण मध्यप्रदेश सडक़ विकास निगम द्वारा किया जाएगा। इसकी पुष्टि कल एक बार फिर इंदौर आए लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने की, वहीं रोड सेफ्टी पर दो दिवसीय आयोजित सेमिनार में भी बोलते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना से ज्यादा मध्यप्रदेश में सडक़ दुर्घटनाओं से मौतें हुई हैं। अब हम सालभर में सारे ब्लैक स्पॉट खत्म कर देंगे।
अग्निबाण ने कुछ समय पूर्व ही यह खुलासा किया था कि एबी रोड पर बनने वाले एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण अब लोक निर्माण विभाग की बजाय सडक़ विकास निगम द्वारा किया जाएगा। दरअसल बीआरटीएस कॉरिडोर की निर्माण एजेंसी इंदौर विकास प्राधिकरण था और वहां चूंकि निगम सीमा में आता है। लिहाजा बाकी जिम्मेदारी निगम की रही। लोनिवि ने पिछले दिनों बिजली के खम्भे, पेड़ सहित अन्य बाधाओं को हटाने के टेंडर भी बुला लिए थे, साथ ही निगम को भी पत्र लिखे कि एलआईजी से लेकर नवलखा तक के हिस्से का कब्जा उसे सौंप दिया जाए। मगर निगम भी निर्णय नहीं ले पाया। दरअसल मेट्रो प्रोजेक्ट के चलते ट्रिपल लेयर बनाने की चर्चा भी बीच में चली और अलग-अलग डिजाइनों पर भी काम शुरू हुआ, लेकिन अभी तक कोई डिजाइन फाइनल नहीं हुई, लेकिन अब सडक़ विकास निगम भी इस 350 करोड़ रुपए के कॉरिडोर का निर्माण करेगा। उल्लेखनीय है कि जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तब तत्कालीन लोनिवि मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने दिल्ली जाकर केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की थी और अन्य प्रोजेक्टों के साथ-साथ बीआरटीएस के साथ-साथ बीआरटीएस के एलिवेटेड कॉरिडोर को मंजूरी मिली। मगर ड्राइंग डिजाइन को लेकर भी जनप्रतिनिधियों और इंजीनियरों के बीच विरोधाभास की स्थिति रही, जिसके चलते आज तक इस कॉरिडोर के निर्माण का ही मुहूर्त नहीं आ सका। अभी इंदौर में दो दिवसीय रोड सेफ्टी पर सेमिनार आयोजित किया गया, जिसका शुभारंभ कल विभागीय मंत्री गोपाल भार्गव ने किया, जिसमें बोलते हुए भार्गव ने सालभर में इंदौर सहित प्रदेश की अन्य सडक़ों पर दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार ब्लैक स्पॉट समाप्त करने का दावा भी किया।
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