किन्नौर । हिमाचल प्रदेश (Himachal pradesh) के किन्नौर (Kinnaur) जिले में बुधवार को भूस्खलन (Landslide) होने से 40 से अधिक लोग (Over 40 people) उसकी चपेट (Caught) में आ गए।
उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सड़क परिवहन की बस समेत अनेक वाहन भूस्खलन के मलबे में दब गए। बस में 40 से अधिक यात्री सवार थे। बस किन्नौर के रेकॉन्ग प्यो से शिमला जा रही थी।
किन्नौर के उपायुक्त ने बताया कि सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और स्थानीय बचाव दलों को बचाव कार्य के लिए बुलाया गया। सादिक ने बताया कि पत्थर अब भी गिर रहे हैं जिससे बचाव अभियान में कठिनाई आ रही है। उन्होंने बताया कि अभी विस्तृत जानकारी का इंतजार है।
मामले में हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने पुलिस और स्थानीय प्रशासन को बचाव अभियान चलाने और एनडीआरएफ को अलर्ट पर रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, “हमें सूचना मिली है कि एक बस और एक कार शायद इसका शिकार हुए हों। विस्तृत जानकारी का इंतजार है।” वहीं, भूस्खलन की घटना को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बात की है। उन्होंने मुख्यमंत्री को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
मालूम हो कि पिछले महीने, हिमाचल प्रदेश में किन्नौर जिले की सांगला घाटी में एक भूस्खलन के दौरान एक पहाड़ी से नीचे गिरने वाले एक बोल्डर के एक टेंपो यात्री से टकरा जाने से नौ लोगों- आठ पर्यटकों और उनके ड्राइवर – की मौत हो गई थी।
मारे गए लोगों में छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के दार्री का एक 27 वर्षीय नौसैनिक अधिकारी और उसका अमेरिका में रहने वाला दोस्त भी शामिल था; जयपुर की एक 34 वर्षीय महिला आयुर्वेद डॉक्टर; और एक परिवार के तीन सदस्य – एक युवा चार्टर्ड एकाउंटेंट, उसकी बहन और उनकी माँ – राजस्थान के सीकर से थे।