इस्लामाबाद (Islamabad)। पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व मुख्यमंत्री इमरान खान (Former Chief Minister Imran Khan) की मुसीबत कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। इमरान खान 12 आपराधिक मामलों (12 criminal cases) में अपना बयान दर्ज कराने के लिए दो जांच टीम (investigation team) के सामने पेश हुए। खान के खिलाफ पाकिस्तान दंड संहिता और आतंकवाद विरोधी अधिनियम सहित अन्य मामलों में केस दर्ज है।
पूछे गए 25 सवाल
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान से सोमवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यासिर अफरीदी और पुलिस अधीक्षक रुखसार मेहदी की अध्यक्षता वाली दो जांच टीमों के समक्ष अपने बयान दर्ज कराए। इस दौरान उनसे 25 सवाल पूछे गए। इसपर खान ने कहा कि मुझे पाकिस्तान और राष्ट्रीय संस्थानों से कोई नफरत नहीं है। मैं पाकिस्तानी आवाम, पाकिस्तानी सेना, पाकिस्तानी शहीदों, गाजियों और शहीदों के स्मारकों का दिल से सम्मान करता हूं। इमरान ने नौ मई की घटना की निंदा करते हुए कहा कि मेरा या मेरी पार्टी के कार्यकर्ताओं का नौ मई की घटना से कोई लेना देना नहीं है। उनके खिलाफ साजिश की गई थी।
खान- मेरे पास नौ मई की घटनाओं की साजिश के सबूत
इमरान खान ने आगे कहा कि मैं नौ मई की घटना की जिम्मेदारी कभी नहीं लूंगा क्योंकि मेरे साथ साजिश की गई थी। कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने मेरे खिलाफ साजिश रची थी। सरकार मुझे और मेरी पार्टी को कानूनी शिकंजे में जकड़ना चाहती है। मैं सहमत नहीं हूं कि नौ मई की घटनाओं में पीटाआई कार्यकर्ता शामिल थे, क्योंकि मेरे पास उन घटनाओं से जुड़ी साजिश के सबूत हैं। इमरान ने कहा कि वे मुझे राजनीति से खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन वे अपने मकसद पर कायम नहीं हो सकते।
खान के खिलाफ हो सकती है कानूनी कार्रवाई
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पीटीआई प्रमुख ने सिर्फ सात मामलों में ही अपने बयान दर्ज कराए। उन्होंने पांच मामलों का जवाब देने से इनकार कर दिया। जांचकर्ताओं का आरोप है कि पूर्व प्रधानमंत्री को कुल 12 नोटिस भेजे गए थे लेकिन उन्होंने इसका कभी जवाब ही नहीं दिया। अगर वे नौ जुलाई को दोपहर दो बजे इस्लामाबाद कैपिटल टेरिटरी कॉम्पलेक्स में उपस्थित होने से बचते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जनजाति हिंसा में सात लोगों की मौत
पाकिस्तान में जमीन को लेकर दो जनजाति समुदाय आपस में भिड़ गए। हिंसा में सात लोगों की मौत हो गई। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, हिंसा पाकिस्तान के कुर्रम जिले के अलग-अलग इलाकों में हुई। बता दें, कुर्रम एक आदिवासी जिला है। हिंसा पिछले तीन दिनों से जारी है, जिसमें करीब 38 लोग घायल हैं। पाराचिनार के बोशेहरा दांदर इलाके में एक सार्वजनिक भूमि को लेकर तीन दिन पहले झड़प शुरू हुई, जो धीरे-धीरे खार कल्लाय, बालिशखेल और पेवर तेरी मेंगल सहित अन्य क्षेत्रों में फैल गई। कुर्रम डिप्टी कमिश्नर सैयद सैफुल इस्लाम शाह ने बताया कि जिला प्रशासन और सुरक्षा बलों द्वारा आदिवासी प्रमुखों के साथ मिलकर युद्ध विराम सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।