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Pakistan: आम चुनावों से पहले खैबर-पख्तूनख्वा में PTI के वरिष्ठ नेता की हत्या

इस्लामाबाद (Islamabad)। पाकिस्तान (Pakistan) की राजनीति में इन दिनों खींचतान जारी है। पाकिस्तान (Pakistan) में आम चुनावों (General elections) होने वाले हैं। इस बीच कुछ अज्ञात हथियारबंद बदमाशों (Unidentified armed miscreants) ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के वरिष्ठ नेता (PTI senior leader) शाह खालिद की हत्या (Shah Khalid Murder) कर दी। घटना खैबर-पख्तूनख्वा (Khyber-Pakhtunkhwa) के स्वाबी की है।


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने कहा कि अज्ञात हमलावर बाइक से आए थे। उन्होंने पीटीआई नेता की कार के सामने अचानक हमला कर दिया। आरोपियों ने कार पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। खालिद ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि हमने केस दर्ज कर लिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम बना दी गई है। तलाशी अभियान शुरू कर दी है। अभी तक हत्या का कारण सामने नहीं आ सका है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, खालिद के अलावा पिछले 24 घंटे में एक और स्थानीय नेता कलीमुल्ला खान की भी हत्या हुई है।

पाकिस्तान में 266 सामान्य सीटें
शीर्ष चुनाव निकाय 13 जनवरी को दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न आवंटित करेगा। यह आठ फरवरी को होने वाले आम चुनाव से एक महीने पहले होगा। नए परिसीमन के बाद नेशनल असेंबली (एनए) की 266 सामान्य सीटें, आरक्षित 70 सीटें और गैर-मुस्लिमों के लिए 10 सीटें शामिल हैं। बता दें, चार प्रांतीय विधानसभाओं की 600 से अधिक सीटें दांव पर हैं।

यह पार्टियां मैदान में
चुनाव में प्रमुख दलों में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन), पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी), मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी), जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ), पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई), जमात-ए-इस्लामी (जेआई) और अन्य स्थानीय पार्टियां मैदान में हैं। हालांकि, इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी का भविष्य अभी तक स्पष्ट नहीं है क्योंकि पाकिस्तान चुनाव आयोग ने इसके अंतर-पार्टी चुनावों को खारिज कर दिया और पार्टी के प्रतीक के रूप में बल्ले का उपयोग करने से इनकार कर दिया। पार्टी ने एलान किया है कि वह इसे उच्चतम न्यायालय में चुनौती देगी।

यह है आयोग का शेड्यूल
नामांकन पत्र दाखिल करने की समय सीमा समाप्त होने के बाद आयोग के अद्यतन कार्यक्रम के अनुसार, ईसीपी सोमवार से 30 दिसंबर तक उनकी जांच करेगा। नामांकन पत्रों की स्वीकृति या अस्वीकृति के खिलाफ अपील 3 जनवरी तक प्रस्तुत की जा सकती है, जिसमें 10 जनवरी तक निर्णय आने की उम्मीद है। ईसीपी 11 जनवरी को उम्मीदवारों की सूची जारी करेगा, उम्मीदवार 12 जनवरी तक अपने नामांकन वापस ले सकते हैं। चुनाव चिह्नों का आवंटन 13 जनवरी को होगा।
ईसीपी के अनुसार, विदेशी पर्यवेक्षक 31 दिसंबर से 20 जनवरी तक चुनावों की निगरानी के लिए आवेदन जमा कर सकते हैं।

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