जबलपुरः कोरोना महामारी (Corona epidemic) में लोगों की समस्याएं वैसे ही कम नहीं हैं, ऐसी परिस्थिति में भी कई पुलिसकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की सहायता कर रहे थे. वहीं कुछ पुलिस कर्मी ऐसी परिस्थिति में भी लोगों को परेशान कर रहे हैं, एक मामला जबलपुर (Jabalpur) जिले से सामने आया. यहां एक वकील अपने भाई के साथ वैक्सीन लगवाने जा रहे थे, जिन्हें एक पुलिसकर्मी ने बहुत देर रोके रखा और उनका चालान काटने के बाद ही छोड़ा.
‘वैक्सीन का टाइम स्लॉट बुक था’
वैक्सीन लगवाने जा रहे कल्याण सोनी ने बताया कि वो अपने भाई के साथ वैक्सीन (vaccine) लगवाने जा रहे थे. उनका वैक्सीन स्लॉट बुक था, पुलिस कर्मी द्वारा रोकने पर उन्होंने तारीख, स्थान और स्लॉट वाला मैसेज दिखाया. बावजूद उसके पुलिस कर्मी बदसलूकी करते हुए गालियां देने लगा. दोनों ने इस बात का विरोध करते हुए वीडियो बनाना चाहा, लेकिन अन्य पुलिस कर्मी इकट्ठा हो गए और उन्हें वीडियो बनाने से रोकने लगे.
पीड़ितों को मारने दौड़ा पुलिसकर्मी
दोनों लोगों को रोकने वाले आरक्षक (Guard) का नाम रिजवान हैदर बताया गया, जैसे ही अधिवक्ता और उनके भाई ने वीडियो बनाकर विरोध करना चाहा. वैसे ही पुलिसकर्मी (Policeman) उन्हें मारने के लिए दौड़ा. करीब एक घंटे तक सड़क पर रोकने के बाद दोनों को चालान भरने के बाद ही छोड़ा गया. पीड़ित ने बताया कि इतने में उनका वैक्सीन स्लॉट का वक्त निकल गया.
पीड़ित ने की न्याय की अपील
पीड़ित कल्याण सोनी ने पूरे मामले के बाद न्याय की गुहार लगाई. उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मी लॉकडाउन का पालन करवाने के नाम पर जनता से अवैध वसूली के साथ ही बदसलूकी भी कर रहे हैं. पीड़ित ने पूरी घटना का वीडियो इंटरनेट पर पोस्ट करते हुए बड़े अधिकारियों से न्याय की अपील की. जी मीडिया इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता.