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PM मोदी ने नॉर्थ-ईस्ट को दी पहले वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात, इशारों में कांग्रेस को घेरा

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए पूर्वोत्तर की पहली ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस अवसर पर उन्होंने नव विद्युतीकृत खंडों को राष्ट्र को समर्पित करने के साथ ही नवनिर्मित डेमू व एमईएमयू शेड का भी उद्घाटन किया. अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस क्षेत्र के लोगों को गति और आराम के साथ यात्रा करने का साधन प्रदान करेगी‌ और इससे क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.

पीएम मोदी ने आज के दिन को असम सहित पूरे नॉर्थ ईस्ट के लिए बहुत महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा, ‘नॉर्थ ईस्ट की कनेक्टिविटी से जुड़े तीन काम हो रहे हैं. नॉर्थ ईस्ट को पहली मेड इन इंडिया वंदे भारत मिल रही है. दूसरा ये पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाली तीसरी वंदे भारत है और असम एवं मेघालय के लगभग 425 किमी ट्रैक पर विद्युतीकरण का काम पूरा हो गया है.’

उन्होंने आगे कहा, ‘बीते 9 साल, भारत के लिए अभूतपूर्व उपलब्धियों के रहे हैं, नए भारत के निर्माण के रहे हैं. कल ही देश को आज़ाद भारत की भव्य-दिव्य आधुनिक संसद मिली है. ये भारत के हज़ारों वर्ष पुराने लोकतांत्रिक इतिहास को हमारे समृद्ध लोकतांत्रिक भविष्य से जोड़ने वाली संसद है.’

गुवाहाटी को न्यू जलपाईगुड़ी से जोड़ने वाली यह ट्रेन दोनों स्थानों को जोड़ने वाली वर्तमान में चलने वाली सबसे तेज ट्रेन की तुलना में यात्रा के समय में लगभग एक घंटे की बचत करने में मदद करेगी. वंदे भारत यात्रा को 5 घंटे 30 मिनट में तय करेगी, जबकि वर्तमान सबसे तेज़ ट्रेन उसी यात्रा को तय करने में 6 घंटे 30 मिनट का समय लेती है.

पीएम मोदी ने कहा, ‘वंदे भारत एक्सप्रेस कामाख्या मंदिर, काजीरंगा अभयारण्य, असम में मानस टाइगर रिजर्व, मेघालय में शिलांग व चेरापूंजी और अरुणाचल प्रदेश में तवांग जैसे प्रमुख स्थलों को जोड़कर व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देगी.’ उन्होंने आगे कहा, ‘2014 से पहले, उत्तर पूर्व के लिए रेलवे का बजट ₹2500 करोड़ था. अब यह ₹10000 करोड़ से अधिक है, जो कि 4 गुना वृद्धि है. पूर्वोत्तर के सभी हिस्सों को जल्द ही ब्रॉड-गेज नेटवर्क के माध्यम से जोड़ा जाएगा. उसी पर ₹1 लाख करोड़ खर्च किए जा रहे हैं.’


पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने कहा, ‘ट्रेन असम के कामरूप महानगर, कामरूप ग्रामीण, नलबाड़ी, बारपेटा, चिरांग, कोकराझार जिलों और पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार, न्यू कूचबिहार और जलपाईगुड़ी जिलों से होकर गुजरेगी. इन क्षेत्रों के लोग आधुनिक रेल यात्रा का लाभ उठा सकेंगे.’

वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन सोमवार को दोपहर करीब 12 बजे गुवाहाटी से शुरू होगा और शाम 6 बजे न्यू जलपाईगुड़ी पहुंचेगी. बुधवार से ट्रेन की नियमित सेवाएं शुरू हो जाएंगी. डे ने कहा, ‘अपनी एक तरफा यात्रा में वंदे भारत एक्सप्रेस 5 घंटे 30 मिनट में 411 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. ट्रेन की संरचना 530 लोगों के बैठने की क्षमता के साथ आठ डिब्बों की होगी.’

इस मौके पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘नॉर्थ ईस्ट में अब वंदे भारत ट्रेन की सेवा मिलेगी. वर्ल्ड क्लास ट्रेन जिसे हम पहले विदेशों की वीडियो में देखा करते थे. वह अब हमारे देश में और आपकी सेवा में है.’ उन्होंने आगे कहा, “खुशी की बात है कि पीएम मोदी ने आज पूर्वोत्तर की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई. पहले यह ‘लुक ईस्ट’ था, लेकिन अब यह ‘एक्ट ईस्ट’ है.” वहीं, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, ‘यह हमारे लिए गौरव का क्षण है. यह वंदे भारत ट्रेन पहली बार पश्चिम बंगाल और असम को जोड़ेगी. इसके लिए प्रधानमंत्री और रेल मंत्री को धन्यवाद.’

प्रधानमंत्री 182 किलोमीटर लंबे मार्ग के नए विद्युतीकृत खंडों को भी राष्ट्र को समर्पित किया. इससे यात्रा में लगने वाले समय को कम करने के साथ प्रदूषण मुक्त परिवहन प्रदान करने में भी मदद मिलेगी. यह मेघालय में प्रवेश करने के लिए विद्युत चालित ट्रेनों के दरवाजे भी खोलेगी.

इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने असम के लुमडिंग में नवनिर्मित डेमू/एमईएमयू शेड का भी उद्घाटन किया. डे ने कहा, चूंकि लुमडिंग नागालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा, मणिपुर और असम के अन्य हिस्सों जैसे पहाड़ी पूर्वोत्तर राज्यों का प्रवेशद्वार है, इसलिए यह नई सुविधा इस क्षेत्र में डेमू रेक के संचालन में सहायक होगी, जिससे बेहतर परिचालन व्यवहार्यता और यात्री सुविधा होगी.

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