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PM की सलाहः फिल्मों के विवाद पर बोलने से बचें, क्या नरोत्तम लेंगे मोदी से सीख?

नई दिल्ली (New Delhi)। भाजपा (BJP) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी (national executive) में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने भाजपा नेताओं को फिल्मों के विवाद (controversies of films) पर बोलने से बचने की सीख दी। यह खबर आम होते ही सोशल मीडिया पर लोगों ने कहना शुरू कर दिया कि जरूर यह बात नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) के लिए कही गई होगी। लोगों के ऐसा लिखने के पीछे वाजिब वजहें भी हैं। असल में बीते करीब दो साल में ऐसी कोई फिल्म या फिल्मी दुनिया का मामला नहीं था, जिस पर नरोत्तम मिश्रा ने टिप्पणी नहीं की हो। चाहे बात पठान में दीपिका पादुकोण के कपड़ों के रंग की रही हो या फिर सनी लियोनी के मधुबन गाने की। एक नजर डालते हैं नरोत्तम मिश्रा की ऐसी ही कुछ टिप्पणियों पर..


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पठान और आदिपुरुष पर आपत्ति
नरोत्तम मिश्रा यूं तो मध्य प्रदेश के गृहमंत्री हैं, लेकिन फिल्मों से संबंधित विवादों पर अपनी टिप्पणियों के लिए वह खासे चर्चित हो चुके हैं। बीते साल शाहरुख खान की फिल्म पठान का गाना बेशरम रंग रिलीज होने के बाद पूरे देश में सुर्खियों में था। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी इस पर आपत्ति जताई थी। नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि इस गाने में टुकड़े-टुकड़े गैंग की समर्थक अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की ड्रेस बेहद आपत्तिजनक है। नरोत्तम मिश्रा ने फिल्म के निर्माताओं से इसे ठीक करने के लिए कहा था। ऐसा न करने पर यह भी कहा था कि फिल्म पठान को मध्य प्रदेश में रिलीज के लिए अनुमति देने पर विचार करना होगा। यह कोई पहली बार नहीं था। इससे पहले नरोत्तम मिश्रा ने फिल्म आदिपुरुष के ट्रेलर में हनुमान जी की वेशभूषा पर भी आपत्ति जताई थी।

आमिर को नसीहत, श्वेता तिवारी से माफी मंगवाई
इसी तरह एक निजी बैंक के विज्ञापन में नजर आए आमिर खान पर भी नरोत्तम मिश्रा की नजरें टेढ़ी हुई थीं। जब मध्य प्रदेश के गृहमंत्री ने आमिर खान को समझाते हुए कहा था कि उन्हें भारतीय परंपराओं और रीति रिवाज को ध्यान में रखकर विज्ञापन करने चाहिए। इतना ही नहीं, मध्य प्रदेश में अपनी वेबसिरीज का प्रमोशन करने गई श्वेता तिवारी के एक बयान पर भी नरोत्तम मिश्रा मुखर हो उठे थे। आखिर में श्वेता तिवारी को माफी मांगनी पड़ी थी। श्वेता तिवारी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि मेरी ब्रा का साइज भगवान ले रहे हैं।

विज्ञापनों पर सख्त
बात सिर्फ फिल्मों तक ही सीमित नहीं है। नरोत्तम मिश्रा ने बीते दिनों डाबर और साब्यसाची मुखर्जी के विज्ञापनों पर भड़क गए थे। डाबर कंपनी ने अपनी ब्लीच क्रीम के विज्ञापन में दो लड़कियों के आपसी रिश्तों को दर्शाया था। विज्ञापन में उन्हें एक-दूसरे को देखकर करवा चौथ का व्रत खोलता दिखा गया था। इस पर नरोत्तम मिश्रा ने कड़ी आपत्ति जताई थी, जिसके बाद कंपनी ने विज्ञापन हटा लिया। वहीं, साब्यसाची के मंगलसूत्र विज्ञापन पर नरोत्तम मिश्रा ने आपत्तिजनक और अश्लील बताया था। आखिर साब्यसाची को माफी मांगनी पड़ी थी।

सनी लियोनी और काली विवाद
कुछ ऐसा ही हुआ था फिल्म अभिनेत्री के मधुबन गीत की रिलीज के दौरान। इस गीत के लिरिक्स पर काफी विवाद हुआ था। बाद में इस मामले में भी नरोत्तम मिश्रा की एंट्री हुई और उन्होंने मधुबन में राधिका नाचे वीडियो को निंदनीय प्रयास बताया था। बाद में गीत को बनाने वाली सारेगामा ने माफी मांगी और गीत के बोल बदलने की बात कही। वहीं, डॉक्यूमेंट्री काली में काली माता को सिगरेट पीते हुए दिखाए जाने के बाद इसकी निर्माता लीना मणिमेकलई पर एफआईआर कराने की बात कही थी।

आश्रम-3 का विवाद
प्रकाश झा की मशहूर वेबसिरीज आश्रम को लेकर भी मध्य प्रदेश में काफी विवाद हो चुका है। आश्रम-3 की शूटिंग के दौरान यहां पर प्रकाश झा के ऊपर स्याही तक फेंकी गई थी। यह मामला तो इतना आगे बढ़ा था कि नरोत्तम मिश्रा ने यहां तक कह दिया था कि चाहे ओटीटी हो, फिल्म या वेबसिरीज, अगर मध्य प्रदेश में शूटिंग करनी है तो प्रशासन को स्क्रिप्ट दिखानी होगी।

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