- कई बार काम रूका और फिर शुरु हुआ लेकिन पूरा नहीं हुआ-अभी भी रामभरोसे ही कार्य हो रहा है
उज्जैन। कानीपुरा में बन रही प्रधानमंत्री आवास की मल्टी पूरी होने का नाम ही नहीं ले रही है जिससे कि लोग परेशान हो रहे हैं। सीवरेज प्रोजेक्ट की तरह प्रधानमंत्री आवास की योजना के भी उज्जैन में बुरे हाल हैं। योजना में सैकड़ों हितग्राहियों को कानीपुरा में बन रहे योजना के ईडब्ल्यूएस श्रेणी के मकानों का लॉटरी के द्वारा लगभग ढाई साल पहले आवंटन भी हो चुक है। बावजूद इसके उन्हें नगर निगम कब्जा नहीं दे रही है। हितग्राहियों ने बताया कि इसके लिए उन्हें पीएम आवास योजना दफ्तर के चक्कर काटने पड़ते हैं। मध्यप्रदेश में 1 साल में प्रधानमंत्री आवास योजना के 11 लाख आवास बनाने का लक्ष्य है और उज्जैन में इसी अवधि में पिछले साल के अंत तक 1368 मकान बनना थे। इनमें ईडब्ल्यूएस, एलआईजी और एमआईजी के मकान हंै। इनका काम कानीपुरा और मंछामन में चल भी रहा है। मध्य प्रदेश में 40 जिलों की परफारमेंस 50 प्रतिशत से भी कम है। उसमें उज्जैन जिला भी शामिल है। यहाँ प्रधानमंत्री आवास के मात्र 30 प्रतिशत आवास ही बन पाए हैं।
इसके तहत कानीपुरा में पीएम आवास के ईडब्ल्यूएस श्रेणी के ए तथा बी सेक्टर तैयार हो गए हैं और इनकी रंगाई पुताई हो चुकी है। जबकि सी सेक्टर में अभी पुताई होना बाकी है। हितग्राहियों का कहना है कि यह मकान उन्हें नगर निगम द्वारा 15 अगस्त को हैंडओवर करने का आश्वासन दिया गया था। इसके बाद 25 अगस्त को महापौर ने एमआईसी सदस्यों के साथ यहां का दौरा किया था और दीवाली पर हितग्राहियों को कब्जा देने का आश्वासन दिया था, लेकिन यह भी मामला टलता हुआ दिख रहा है, क्योंकि इसकी तारीख तय नहीं हुई है। दूसरी ओर कई हितग्राहियों की लोन की किश्त भी आना शुरू हो गई है और वे भर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री आवास योजना की अवधि इस साल दिसंबर अंत तक है और फिर यह समाप्त हो जाएगी। योजना के तहत कानीपुरा में अभी ईडब्ल्यूएस के अलावा एलआईजी श्रेणी के आवास की मल्टियों का काम अभी भी अधुरा पड़ा हुआ है। Share: