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प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने देशव्यापी विरोध से निपटने के लिए पहली बार आपात स्थिति अधिनियम लागू किया


ओटावा। कनाडा में कोरोना वैक्सीन को अनिवार्य किए जाने को लेकर शुरू हुआ प्रदर्शन अब बड़ा संकट बनता जा रहा है। इसी बीच खबर आई है कि प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने देशव्यापी विरोध से निपटने के लिए पहली बार आपात स्थिति अधिनियम लागू किया है। दरअसल, हजारों ट्रक ड्राइवर्स अपने ट्रकों के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं। इस वजह से राजधानी ओटावा के कई इलाके जाम हो गए हैं। ओटावा में 50 हजार से ज्यादा ट्रक ड्राइवर्स प्रदर्शन कर रहे हैं और प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।

कनाडा में पहली बार आपात स्थिति अधिनियम लागू
प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का कहना है कि उन्होंने कनाडा के इतिहास में पहली बार आपात स्थिति अधिनियम लागू किया है ताकि संघीय सरकार को कोरोना महामारी प्रतिबंधों के खिलाफ चल रहे अवरोधों और विरोधों को संभालने के लिए अतिरिक्त शक्तियां दी जा सकें।


ट्रूडो ने सोमवार दोपहर एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “अब यह स्पष्ट हो गया है कि आपात स्थिति कानून को प्रभावी ढंग से लागू करने की कानून प्रवर्तन की क्षमता के लिए गंभीर चुनौतियां हैं।” ट्रूडो ने कहा कि यह उपाय भौगोलिक रूप से लक्षित होंगे और “उन खतरों के लिए उचित और समानुपातिक होंगे जिन्हें वे ठीक करना चाहते हैं।”

उन्होंने कहा कि आपात स्थिति अधिनियम की अभूतपूर्व तैनाती पुलिस को उन जगहों पर व्यवस्था बहाल करने के लिए और अधिक शक्तियां देती हैं। जिससे पुलिस को प्रदर्शनकारियों द्वारा सार्वजनिक सभाएं करने, नाकेबंदी जैसे अवैध और खतरनाक गतिविधियों को रोकने में मदद मिलेगी।

ट्रकों को हटाने के लिए टोइंग सेवा का इस्तेमाल
ट्रूडो ने कहा कि सरकार सीमा पार और हवाई अड्डों जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को भी चिन्हित और सुरक्षित कर रही है। उन्होंने कहा कि अधिनियम को लागू करने से सरकार को आवश्यक सेवाएं सुनिश्चित करने की भी अनुमति मिलेगी। साथ ही ट्रकों को हटाने के लिए टोइंग सेवा (वाहन को खींचकर ले जाना) भी प्रदान की जाएगी।

जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि यह अधिनियम रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) को नगरपालिका उपनियमों और प्रांतीय अपराधों को लागू करने में सक्षम करेगा। इससे पहले प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने प्रदर्शनकारियों से घर जाने की अपील की थी। प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को सभी प्रदर्शनकारियों से घर जाने का आग्रह करते हुए कहा था कि इस गैरकानूनी गतिविधि को समाप्त होना चाहिए और यह समाप्त होकर रहेगा। हमें उम्मीद है कि ये लोग घर जाने का फैसला करेंगे। नहीं तो पुलिस इसमें हस्तक्षेप करेगी।

ओंटारियो में जल्द खत्म हो सकती है वैक्सीन पासपोर्ट की आवश्यकता
ओंटारियो प्रांत के प्रीमियर डौग फोर्ड ने सोमवार को घोषणा की कि वह इस प्रांत में एक मार्च तक वैक्सीन पासपोर्ट आवश्यकताओं को खत्म कर देंगे। क्योंकि यह प्रांत दो सप्ताह से अधिक समय से कोविड-19 स्वास्थ्य उपायों के खिलाफ लोगों के विरोध-प्रदर्शन का केंद्र बन गया है।


प्रीमियर डौग फोर्ड ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हम वैक्सीन पासपोर्ट से जल्द छुटकारा पाने जा रहे हैं।” उन्होंने कहा कि अधिकांश लोगों को टीका लगाया जा चुका है और कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट से बढ़ते संक्रमण के मामलों का चरम समय (Peak) बीत चुका है। दो सप्ताह से अधिक समय से ओंटारियो में स्थित देश की राजधानी ओटावा पर प्रदर्शनकारियों ने कब्जा कर रखा है और कोरोना वैक्सीन की अनिवार्यता को खत्म करने की मांग कर रहे हैं।

11 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया
न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, कनाडा पुलिस ने एक बयान में बताया कि पुलिस ने सोमवार को अमेरिकी सीमा पर ‘आग्नेयास्त्रों के भंडार’ के साथ 11 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है।

अमेरिका-कनाडा सीमा पर बना पुल फिर से खुला
अमेरिका-कनाडा सीमा पर बना, सबसे व्यस्त पुल तकरीबन एक सप्ताह तक बंद रहने के बाद रविवार देर रात फिर से खुल गया। कोविड-19 संबंधी पाबंदियों के खिलाफ प्रदर्शन के कारण यह पुल बंद कर दिया गया था। पुल के मालिक ‘डेट्रॉइट इंटरनेशनल ब्रिज कंपनी’ ने एक बयान में कहा कि ‘‘एम्बेसडर ब्रिज अब पूरी तरह खुल गया है जिससे कनाडा और अमेरिका की अर्थव्यवस्थाओं के बीच एक बार फिर से वाणिज्यिक सामान का मुक्त प्रवाह शुरू हो गया।’’

विंडसर, ओंटारियो में पुलिस ने पहले कहा था कि कनाडा के कई ऑटोमोटिव संयंत्रों को अमेरिका के डेट्रॉइट शहर से जोड़ने वाले पुल के पास दो दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया, सात वाहनों को हटाया गया तथा पांच वाहन जब्त किए गए। पुलिस ने शनिवार को प्रदर्शनकारियों को अपने पिकअप ट्रकों और कारों को हटाने के लिए मना लिया था जिसके बाद केवल कुछ प्रदर्शनकारी ही वहां मौजूद थे। प्रदर्शनकारियों ने पुल को अवरुद्ध करने के लिए वहां ट्रकों और कारों को खड़ा कर दिया था। इस पुल के जरिए दोनों देशों के बीच करीब 25 प्रतिशत व्यापार होता है।

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