उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News)

विक्रम महोत्सव…औद्योगिक कान्क्लेव और वैदिक घड़ी का वर्चुअली शुभारंभ करेंगे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

  • केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और मुख्यमंत्री सहित प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सहित भाजपा नेताओं की मौजूदगी में देश सहित विदेश के उद्योगपतियों का मालवी अंदाज में होगा स्वागत

उज्जैन। शहर में 1 और 2 मार्च को होने जा रही इन्वेस्टर्स मीट उज्जैन सहित पूरे प्रदेश के लिए सार्थक साबित होगी। इन्वेस्टर्स मीट का वर्चुअल शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे तो केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित प्रदेश के कैबिनेट मंत्री एवं भाजपा नेताओं की मौजूदगी में देश सहित विदेश के उद्योगपतियों का मालवा के अंदाज में स्वागत किया जाएगा।


मध्य प्रदेश में निवेश को आकर्षित करने के लिए अभी तक ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होता रहा है। पहली बार मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव की पहल पर क्षेत्रीय औद्योगिक कॉन्क्लेव की शुरुआत हो रही है। 1 मार्च को उज्जैन में विक्रम महोत्सव के साथ यह दो दिवसीय कॉन्क्लेव होगा, जिसमें फार्मास्युटिकल, खाद्य प्रसंस्करण, डेयरी, धार्मिक पर्यटन, मेडिकल डिवाइस सहित अन्य क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं पर फोकस किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विक्रम महोत्सव, औद्योगिक कॉन्क्लेव का शुभारंभ और विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का लोकार्पण करेंगे। वे कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़ेंगे। प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए सरकार की योजना संभागीय मुख्यालयों पर अधोसंरचना का विकास कर औद्योगिक गतिविधियाँ बढ़ाने की है। इसके लिए भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर के स्थान पर अन्य संभागीय मुख्यालयों में क्षेत्रीय औद्योगिक कॉन्क्लेव किए जाएँगे। इसकी शुरुआत 1 मार्च को उज्जैन से होने जा रही है। ग्वालियर के बाद पहली बार उज्जैन व्यापार मेले में वाहन खरीदने पर पंजीयन शुल्क और रोड टैक्स में 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। इसके लिए दशहरा मैदान में चार पहिया आटोमोबाइल की 101, दो पहिया आटोमोबाइल की 30 और इलेक्ट्रानिक्स क्षेत्र की 21 दुकानें लगेंगी। एक मार्च को क्षेत्रीय औद्योगिक कॉन्क्लेव का शुभारंभ होगा। इसमें निवेश की संभावनाओं पर प्रस्तुतीकरण होगा। इसमें धार्मिक पर्यटन, चिकित्सा उपकरण के क्षेत्र में संभावनाओं पर बात होगी। उद्योगपतियों के साथ वन टू वन चर्चा होगी। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उज्जैन क्षेत्र में हमारे पास सवा दो हजार एकड़ भूमि उपलब्ध हैं। क्लस्टर विकसित कर औद्योगिक विकास को गति देने की मंशा से काम किया जा रहा है। कोई निवेशक यदि निवेश करने की इच्छा जताता है तो भूमि आवंटन आदि की प्रक्रिया मौके पर ही प्रारंभ कर दी जाएगी। रोजगारमूलक उद्योगों को प्राथमिकता दी जाएगी। धार्मिक नगरी उज्जैन से की गई यह शुरुआत अब व्यापार व्यवसाय की दृष्टि से प्रदेश को विकसित करने की मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की ये पहल सराहनीय है। 1 मार्च को मुख्यमंत्री की मौजूदगी में इस कॉन्क्लेव का शुभारंभ होगा। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद रहेंगे। मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा के स्वागत भाषण के पश्चात प्रमुख सचिव राघवेंद्र सिंह प्रदेश में निवेश की संभावनाएं, पॉलिसी और अवसर को लेकर प्रेजेंटेशन देंगे तो एमएसएमई और स्टार्टअप पर पी. नरहरि जानकारी रखेंगे। वहीं एमपीआईडीसी एमडी चंद्रमौली शुक्ल भी निवेश के अवसर और उनके विभाग द्वारा तैयार किए लैंड बैंक सहित पॉलिसी पर फोकस करेंगे। इस दो दिवसीय आयोजन में लगभग 2000 छोटे बड़े उद्यमी, निवेशक शामिल होंगे। वहीं यूएसए, मंगोलिया और फिजी का सरकारी प्रतिनिधिमंडल भी शिरकत करेगा तो साउथ कोरिया, जर्मनी और जापान के व्यापारिक प्रतिनिधि मंडल की पहुँचेंगे।

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