आचंलिक

महाआर्यमन सिंधिया के आगमन से पहले हुआ विरोध, फाड़े बैनर और पोस्टर

  • कांग्रेसियों ने कहा-यह खेल नहीं राजनीतिक जमीन की तलाश है, भाजपा के निष्कासित दिखे स्वागत सत्कार में

विजय सिंह जाट गुना। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिराज सिंधिया के पुत्र महा आर्यमन सिंधिया का शनिवार को दोपहर बाद गुना में नगर आगमन हुआ महाआर्यमन के आगमन को लेकर शहर से हाईवे व उनके रूट पर बैनर पोस्टर लगाए गए अनेकों छुटभैए सडकछाप भावी नेता अपने चेहरे दिखाने के लिए आतुर रहे। हालांकि महाआर्यमन के आगमन से पूर्व भी उनका जमकर विरोध हुआ अनेकों बैनर पोस्टर उनके आने से पूर्व ही फाड़ दिए गए, कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि महाआर्यमन का आगमन खेल भावना नहीं वह राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं हालांकि सिंधिया ने राजनीतिक जमीन तलाशने से साफ इंकार किया उन्होंने कहा कि हमारा परिवार पूर्व से यहां आता रहता है विकास के लिए राजनीति की जरूरत नहीं है।


महाआर्यमन का जमकर विरोध फाड़े बैनर पोस्टर
फतेहगढ़ में आयोजित होने वाले खेल महोत्सव के समापन पर महा आर्यमन सिंधिया दोपहर बाद गुना बाईपास पर पहुंचे जहां पर अनेकों फूल छाप कांग्रेसियों ने स्वागत सत्कार किया बताया जाता है कि सिंधिया के म्याना आगमन पर भी स्वागत सत्कार हुआ लेकिन में आना में जमकर चोरों ने नेताओं की जीवो पर हाथ साफ किया वहीं दूसरी तरफ उमरी से फतेहगढ़ पहुंच मार्ग पर सड़क किनारे लगे बैनर पोस्टरों को किन्हीं अज्ञात व्यक्तियों ने फाड़ दिया गया कांग्रेसियों का आरोप है कि महा आर्यमन सिंधिया राजनीति के लिए अपनी जमीन तलाश रहे हैं और जिसकी शुरुआत खेल महोत्सव के माध्यम से हो रही है।

मेरे इस्तीफा देने से तालाब बनता है तो दे दूंगा : सिसोदिया
बमोरी विधानसभा इलाके में तालाब निर्माण को लेकर चल रही राजनीतिक चर्चाओं के बीच ग्रामीणों ने विरोध किया और कहा कि अगर मंत्री इस्तीफा दे दें तो ही तालाब का निर्माण हो सकता है जिस पर मंत्री ने कहा कि अगर मेरे इस्तीफा देने से तालाब बनता है तो इस्तीफा दे दूंगा एक अन्य मामले में बमोरी विधानसभा इलाके के जनपद शिवरा के शर्मा पर लग रहे गंभीर भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद मंत्री ने कहा कि जो लोग भ्रष्टाचार में लिप्त है उन सब को हटाया जाएगा भ्रष्टाचार यों की जांच की जाएगी। सूत्र बताते हैं कि जनपद सीईओ राकेश शर्मा का गुना न्यायालय से स्थाई वारंट भी जारी है लेकिन पुलिस प्रशासनिक अफसरों का उसे पूर्ण रूप से संरक्षण मिला हुआ है राकेश शर्मा के द्वारा पंचायतों में ठेका पद्धति से काम कराया जाता है वही अपने निजी लोगों के डंपर जेसीबी ट्रैक्टर ट्राली आदि वाहन दूसरे जिलों से मंगवा कर भी पंचायतों में काम कराए जा रहे हैं और घपले घोटाले कर सरकारी रकम बड़ी आसानी से हड़पी जा रही है।

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