नई दिल्ली। कृषि कानून (Agricultural Law) के विरोध में दिल्ली के बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन (Kisan Aandolan) को आज 100 दिन पूरे हो गए हैं। किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर किसान जहां हाथों में कालीपट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं केएमपी एक्सप्रेस वे को जाम करने की भी तैयारी की जा रही है।
किसान आंदोलन के सौ दिन पूरे होने पर किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने आंदोलन को समर्थन देने के लिए किसानों का आभार व्यक्त किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ समाधान तक, आखिरी सांस तक संघर्ष चलेगा और हम जीतेंगे।
गाजीपुर बॉर्डर से किसान आंदोलन की रणनीति बना रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने शनिवार सुबह ट्वीट करते हुए लिखा, किसान संघर्ष के 100 दिन। समाधान तक। आखिरी सांस तक संघर्ष करेंगे। लड़ेंगे। जीतेंगे। इस दौरान उन्होंने किसान आंदोलन का समर्थन करने के लिए किसान नेताओं का आभार भी जताया है।
आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर किसानों ने आज केएमपी (कुंडली मानेसर पलवल) एक्सप्रेसवे पर 5 घंटे की नाकाबंदी करने का ऐलान किया है। इसके साथ ही किसान आंदोलन को फिर से तेज करते हुए दादरी, ग्रेटर नोएडा, डासना और दुहाई में किसान विरोध प्रदर्शन करते हुए जाम लगाएंगे।
कल किसान आंदोलन की बागडोर महिलाओं के हाथ में होगी
आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर किसान महिलाएं न केवल किसान आंदोलन की पूरी बागडोर संभालेंगी बल्कि नए ढंग से विरोध प्रदर्शन भी करेंगी। दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर विरोध में बैठी महिलाओं की आज हुई बैठक में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन मेहंदी लगाकर विरोध जताने का फैसला किया गया है। हालांकि यह कोई साधारण मेहंदी नहीं होगी। किसान महिलाओं का कहना है कि यह इंकलाबी मेहंदी होगी।