नई दिल्ली: नामीबिया पर 9 विकेट से जीत दर्ज के साथ भारत (IND vs NAM T20 World Cup) का टी20 विश्व कप 2021 का सफर खत्म हो गया. यह टीम इंडिया के कोच के तौर पर रवि शास्त्री (Ravi Shastri) का भी आखिरी टूर्नामेंट था.
शास्त्री ने मैच के बाद भारत के खराब प्रदर्शन की वजह गिनाते हुए कहा कि भारतीय टीम बीते कुछ महीनों से लगातार क्रिकेट खेल रही है और उसे लंबे वक्त तक बायो-बबल में रहना पड़ा. इसमें डॉन ब्रैडमैन (Don Bradman) जैसे दिग्गज बल्लेबाज का औसत भी गिर जाता. आज, नहीं तो कल बायो-बबल फूटना ही था. इसलिए आपको भविष्य के लिए होशियार रहना होगा.
शास्त्री ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस टीम में बहुत सारे खिलाड़ी हैं जो सभी फॉर्मेट में खेलते हैं. पिछले 2 साल में वो बमुश्किल 25 दिन ही घर में बिता सकें. मुझे फर्क नहीं पड़ता है कि आप कौन हैं, अगर आपका नाम ब्रैडमैन है और आप इतने लंबे वक्त तक बायो-बबल में रहेंगे तो आपका बैटिंग औसत भी नीचे आ जाएगा.
क्योंकि आप भी इंसान हैं. जिंदगी में कठिन समय आता है. आपने क्या हासिल किया है, इससे फर्क नहीं पड़ता. लेकिन आप कितने संघर्षों और कठिनाईयों को पार करके आए हो, यह मायने रखता है और मौजूदा टीम ने यह करके दिखाया है.
शास्त्री ने की स्प्लिट कैप्टेंसी की तारीफ
शास्त्री से जब स्प्लिट कैप्टेंसी को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ज्यादा क्रिकेट और बायो-बबल के दौर में यह इतनी बुरी बात नहीं है. परिवार के साथ समय बिताने के लिए खिलाड़ियों को रोटेट करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि रोहित शर्मा के रूप में भारत को इतनी आईपीएल ट्रॉफी के साथ एक सक्षम व्यक्ति मिला है. वह भारतीय क्रिकेट टीम को आगे ले जाने के लिए तैयार हैं.
‘मैं हार का बहाने नहीं बनाऊंगा’
टीम इंडिया पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से हारने की वजह से टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने में नाकाम रही. टी20 विश्व कप में भारत के अभियान के बारे में बात करते हुए शास्त्री ने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो मैं यहां कोई बहाना बनाने नहीं आया हूं. न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे गेम में हमारे पास साहस की कमी थी.
शास्त्री बतौर कोच करीब 5 साल तक टीम इंडिया के साथ रहे. आईसीसी टूर्नामेंट को छोड़ दें, तो उनकी देखरेख में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 2 बार उसी के घर में टेस्ट सीरीज में शिकस्त दी. इसके अलावा इंग्लैंड, न्यूजीलैंड औऱ दक्षिण अफ्रीका में भी जीत हासिल की.
Share: