स्कूल में भी नहीं मिला रिकार्ड तो कैसे जारी हो गया सर्टिफिकेट
इन्दौर। वार्ड क्रमांक 65 से भाजपा के पार्षद कमलेश कालरा (BJP councilor Kamlesh Kalra from ward number 65) के जाति सर्टिफिकेट (caste certificate) के मामले में हुई शिकायत के बाद शिकायतकर्ता को जानकारी दी गई कि कलेक्टर कार्यालय में उनके जाति प्रमाण पत्र से संबंधित कोई रिकार्ड नहीं मिला है, जबकि जिस स्कूल में लिखी जाति के आधार पर सर्टिफिकेट जारी होता है, वहां भी उसका रिकार्ड नहीं मिला।
शिकायतकर्ता गोपाल कोडवानी (Complainant Gopal Kodwani) ने इस मामले में शिकायत की थी। उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से भी जानकारी चाही थी, जिसमें विभाग ने भी लिखित में दिया था कि कालरा लोहार जाति में नहीं आते हैं। हालांकि कालरा के पास वर्ष 2009 में बना जाति सर्टिफिकेट भी है, जिसमें उन्हें लोहार जाति का बताकर पिछड़ी जाति में बताया गया है, जिसके आधार पर उन्होंने चुनाव लड़ा। यही नहीं इस मामले में कोडवानी ने एसडीएम जूनी इंदौर से सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी थी तो वहां से भी यही जानकारी दी गई कि कमलेश कालरा के लोहार जाति से होने संबंधी मूल दस्तावेज मौजूद नहीं हैं, सिर्फ एक रजिस्टर में कालरा का नाम और जाति लोहार लिखी हुई है, वहीं जिस स्कूल में उन्होंने प्राथमिक शिक्षा ली, वहां भी उनका रिकार्ड नहीं मिला। हालांकि इस मामले में उनके जाति सर्टिफिकेट की जांच भोपाल में छानबीन समिति कर रही है।
मैं शुरू से ही लोहार जाति में हूं और उसका प्रमाण पत्र भी हैं। मैंने कोडवानी का नामांकन रद्द करवाया था, इसलिए उसने परेशान करने के इरादे से शिकायत की है।
-कमलेश कालरा, पार्षद
मेरे आरोप सही है और छानबीन समिति की जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
-गोपाल कोडवानी, शिकायतकर्ता