नई दिल्ली। आम आदमी (common man) को महंगाई (inflation) के मोर्चे पर फिलहाल राहत नहीं मिली है। खाद्य उत्पाद महंगा (food products expensive) होने से खुदरा महंगाई दर (retail inflation rate) नवंबर महीने में मामूली बढ़त (slight edge) के साथ 4.91 फीसदी पर पहुंच गई है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने सोमवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी है।
एनएसओ के आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2021-22 के नवंबर महीने उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित महंगाई दर 4.91 फीसदी रही, जो इस साल अक्टूबर में 4.48 फीसदी रही थी। एक साल पहले नवंबर, 2020 में यह 6.93 फीसदी थी। आंकड़ों के मुताबिक नवंबर में खाद्य महंगाई दर 1.87 फीसदी रही, जो इससे पिछले महीने में 0.85 फीसदी थी।
हाल ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआाई) की द्विमासिक मौद्रिक नीति की समीक्षा में गवर्नर शक्तिकांत दास ने सीपीआई पर आधारित महंगाई दर चालू वित्त की तीसरी तिमाही में 5.1 फीसदी और चौथी तिमाही में 5.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया था। दास के मुताबिक कुल मिलाकर वित्त वर्ष 2021-22 में महंगाई दर 5.3 फीसदी रहने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति की समीक्षा तय करते वक्त मुख्य रूप से खुदरा महंगाई दर पर गौर करता है। उसका मानना है कि महंगाई दर का आंकड़ा चालू वित्त वर्ष की बची हुई अवधि में ऊंचा रहेगा, क्योंकि तुलनात्मक आधार का प्रभाव अब प्रतिकूल हो गया है। आरबीआई के मुताबिक मुख्य मुद्रास्फीति यानी महंगाई दर चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में उच्चस्तर पर रहेगी। हालांकि, उसके बाद इसमें नरमी आएगी। (एजेंसी, हि.स.)
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