– पहले दौर में 5 रोबोट खरीदे जाएंगे, एक की कीमत 40 लाख के आसपास
इन्दौर। वर्षों पुरानी ड्रेनेज लाइनों में जान जोखिम में डालकर सफाई कार्य करने के दौरान शहर में कई बार हादसे हो चुके हैं। अब इस समस्या से निजात पाने के लिए निगम ने ड्रेनेज लाइनों की सफाई के लिए रोबोट का सहारा लेने का निर्णय लिया है। अब तक चेन्नई, कोयम्बटूर, हैदराबाद में ड्रेनेज लाइनों की सफाई रोबोट के माध्यम से होती रही है। यह प्रयोग इन्दौर में भी शुरू किया जाएगा। पहले दौर में 5 रोबोट खरीदे जाएंगे और सफलता मिलने के बाद इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी।
इन्दौर में कई जगह होलकरकालीन लाइनों और कई जगह ड्रेनेज लाइनों की गुत्थमगुत्था स्थिति के चलते नए अफसर भी लाइनों का गणित समझने में उलझ जाते हैं। खासकर मध्य क्षेत्र के इलाकों में तो कई बार खुदाई के दौरान नगर निगम के अफसर वहां बने बड़े विशाल चेंबरों को देख सुरंग समझ बैठे थे और जब विशेषज्ञों का बुलाया तो पता चला कि होलकरकालीन ड्रेनेज लाइन हैं, जिसके लिए विशाल चेंबर बनाए जाते रहे हैं। कई इलाकों की ड्रेनेज लाइनों की स्थिति इतनी खतरनाक होती है कि वहां सफाई कराने का काम बहुत ही टेढ़ी खीर माना जाता है। कई बार ड्रेनेज में सफाई के लिए उतरे कर्मचारी बेहोश और गंभीर तक हो चुके हैं और कुछ की मौत भी हो गई है। अब निगम ड्रेनेज लाइनों की साफ-सफाई के लिए 5 रोबोट खरीदने जा रहा है। अफसरों के मुताबिक एक रोबोट की कीमत 40 लाख के आसपास रहती है और इनके माध्यम से कार्य बेहतर हो जाता है। कई जगह विकट स्थिति वाले क्षेत्रों में रोबोट के माध्यम से साफ-सफाई का काम कराया जाता है। यह प्रयोग हैदराबाद, चेन्नई, कोयम्बटूर से लेकर कई अन्य शहरों में चल रहा है। निगम ने इसके लिए टेंडर जारी कर दिए हैं। आने वाले दिनों में इसकी प्रक्रिया पूरी कर 5 रोबोट के माध्यम से लाइनों की सफाई का कार्य शुरू कराया जाएगा। प्रयोग सफल होने पर कुछ और रोबोट खरीदे जाएंगे।