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Russia: क्रेमलिन ने प्रिगोझिन की प्लेन क्रैश में मौत को बताया पूर्व निर्धारित खलनायक कृत्य

मास्को (Moscow)। रूसी भाड़े के सैनिकों (Russian mercenaries chief) के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन (Yevgeny Prigozhin) की प्लेन क्रैश में मौत (plane crash death) हो गई है। क्रेमलिन (Kremlin) ने इस घटना को पूर्व निर्धारित खलनायक कृत्य (premeditated villainous act) बताया है। क्रेमलिन का कहना है कि दुर्घटना की जांच की जा रही है। बुधवार को राष्ट्रपति पुतिन (President Putin) के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव (Dmitry Peskov) ने मीडिया के एक सवाल का जवाब देते हुए यह टिप्पणी की।

रूसी जांच समिति कर रही है तहकीकात
क्रेमलिन में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सवाल किया गया कि क्या जांच में कोई अंतरराष्ट्रीय एंगल भी है। इसपर रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता पेसकोव ने कहा कि यह एक अलग मामला है। अभी तक जांचकर्ता किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं। अलग-अलग एंगल से जांच की जा रही है। इसिलए मैं अभी कुछ स्पष्टता से नहीं बता सकता। फिलहाल इसे एक पूर्व निर्धारित खलनायक कृत्य मान लीजिए। उन्होंने आग्रह किया है कि जांच समितियां द्वारा जांच रिपोर्ट सौंपने तक का इंतजार करना चाहिए। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जांच जारी है। जांच प्रभारी भी नियुक्त किए गए हैं। यह पूरी तरह से एक रूसी जांच है। इसमें कोई भी अंतरराष्ट्रीय पहलू नहीं है।


प्रिगोझिन का निजी अंतिम संस्कार
विदेशी मीडिया के अनुसार, वैगनर समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन का अंतिम संस्कार निजी तौर पर हुआ था। प्रिगोझिन की कंपनी कॉनकॉर्ड मैनेजमेंट ने अंतिम संस्कार के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी है। हालांकि, कुछ वीडियो-फोटो के आधार पर कहा जा रहा है कि प्रिगोझिन को उसके पिता के बगल में ही दफनाया गया है। वीडियो-फोटो में प्रिगोझिन के कब्र के पास एक और कब्र दिखाई दे रहा है, जिस पर लिखा है- विक्टर एवगेनिविच प्रिगोझिन (1935-1970)।

येवगेनी प्रिगोझिन के बारे में जानिए
येवगेनी प्रिगोझिन का जन्म साल 1961 में लेनिनग्राड में हुआ था। लेनिनग्राड को आज हम सेंट पीट्सबर्ग के नाम से जानते हैं। साल 1981 में येवगेनी को मारपीट, डकैती और धोखाधड़ी का दोषी पाए जाने पर 13 साल की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, सोवियत यूनियन के पतन के बाद येवगेनी को 9 साल की सजा के बाद ही रिहा कर दिया गया था।

हॉट डॉग का स्टॉल लगाया
जेल से बाहर आने के बाद येवगेनी ने एक छोटा सा बिजनेस शुरू किया और हॉट डॉग का स्टॉल लगाया। इसके बाद येवगेनी ने एक रेस्तरां खोला। जल्द ही येवगेनी का रेस्तरां काफी प्रसिद्ध हो गया। येवगेनी के रेस्तरां की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई कि खुद रूसी राष्ट्रपति पुतिन विदेशी मेहमानों को इस रेस्तरां में खाना खिलाने ले जाने लगे। इस तरह येवगेनी रूसी राष्ट्रपति पुतिन के करीब आया।

कैटरिंग के बिजनेस से सेना में बनाई पकड़
पुतिन से करीबी का फायदा उठाकर येवगेनी प्रिगोझिन ने कैटरिंग का बिजनेस शुरू किया और वह रूसी सेना और स्कूली बच्चों को खाना खिलाने के सरकारी ठेके लेने लगा। इसी के चलते येवगेनी की पहचान पुतिन के रसोइए के रूप में हो गई। कैटरिंग के बिजनेस से येवगेनी प्रिगोझिन ने खूब पैसा कमाया।

प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप को किया तैयार
येवगेनी प्रिगोझिन ने ही रूसी सेना के समर्थन से एक प्राइवेट आर्मी बनाई, जिसे वैगनर ग्रुप का नाम दिया गया। इस प्राइवेट आर्मी में रिटायर्ड सैन्य अधिकारी, जवानों को शामिल किया गया। आरोप लगे कि वैगनर ग्रुप में अपराधियों को भी शामिल किया गया। वैगनर ग्रुप को क्रैमलिन का भी समर्थन मिला। आरोप है कि वैगनर ग्रुप सीरिया, लीबिया, माली और सेंट्रल अफ्रीकी देशों में भी क्रूर मिशनों को अंजाम दे चुका है। जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो वैगनर ग्रुप के लड़ाकों को ही अग्रिम मोर्चे पर तैनात किया गया। वैगनर ग्रुप के बढ़ते दबदबे के चलते ही येवगेनी प्रिगोझिन का भी रूस के शीर्ष नेतृत्व में दबदबा भी बढ़ा है और प्रिगोझिन को पुतिन के अगले उत्तराधिकारी के रूप में भी देखा जाने लगा था।

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